फिर भी ज़िंदगी हसीन है…


दोस्तों, हम लोगों में से ज़्यादातर लोगों के मन में, इनमें से कोई ना कोई प्रश्न, कभी ना कभी आया ही होगा और हमने इन प्रश्नों के उत्तरों को खोजने के स्थान पर टालना ही बेहतर समझा होगा। जबकि मेरा मानना है कि अगर हम इन सवालों के जवाब खोज़ लेते तो निश्चित तौर पर अपने जीवन को एक नई, सकारात्मक दिशा दे सकते थे। हो सकता है अब आप के मन में सवाल आ रहा हो, ‘आख़िर ऐसे प्रश्न हैं कौनसे?’ तो चलिए पहले प्रश्नों पर चर्चा कर लेते हैं-

आख़िर दोस्तों, इस दुनिया में कुछ लोगों को दूसरों के मुक़ाबले अधिक सफलता क्यों मिलती है? जबकि ज्ञान, कौशल, संसाधन, क्षमता के आधार पर वे अपने सहयोगियों के समान ही होते हैं। ठीक इसी तरह समान योग्यता और क्षमता होने के बाद भी कुछ लोग बहुत ज़्यादा पैसा क्यों कमा पाते हैं जबकि अन्य लोग समान प्रयास करने के बाद भी सफल नहीं हो पाते हैं। 

दोस्तों, अगर आप और गहराई से इस विषय में सोचेंगे तो पाएँगे कि इन्हीं लोगों के पास बेहतर नौकरी है, ये लोग दूसरों के मुक़ाबले तेज़ी से पदोन्नति पाते हैं, ज़्यादा लम्बे समय तक जीते हैं, इनका स्वास्थ्य बेहतर होता है और साथ ही यह लोग रिश्ते निभाने और बनाने में भी माहिर होते हैं। लेकिन दोस्तों एक कैटेगिरी और है जो इसके ठीक विपरीत हताशा और निराशा के साथ, खुद से नाखुश रहते हुए जीवन जीते है।

लेकिन हक़ीक़त मानिएगा, उपरोक्त सभी सफलताएँ पाना वाक़ई में बहुत आसान है। जी हाँ, जीवन में सफल, खुश, मस्त रहना या जीवन में हर पल आगे बढ़ना वाक़ई बहुत आसान है। इस बात से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता आप किस क्षेत्र में, किस स्तर पर, क्या काम कर रहे हैं। अगर आप सफल लोगों को देखेंगे तो आप एक बात सभी लोगों में समान रूप से पाएँगे कि वे सभी समय के बहुत अच्छे प्रबंधक हैं और ऐसा मानने के लिए उनके पास सिर्फ़ एक कारण है। उन्हें पता है कि समय प्रबंधन ही जीवन प्रबंधन है, व्यक्तिगत प्रबंधन है ...

दोस्तों, मैंने आज तक जितनी भी आत्मकथाओं को पढ़ा है, फिर वह चाहे पुरुषों की हो या महिलाओं की। एक बात सभी में सामान रूप से पाई है, जो भी व्यक्ति संगठित, अपने क्षेत्र में कुशल और मूल्यवान रहा है उसने अपने समय का उपयोग बहुत अच्छी तरह से किया है। जी हाँ दोस्तों, सफल लोग या विजेता अपने समय का सदुपयोग करते हैं, हारने वाले नहीं।

अगर आप सफल होना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले समय प्रबंधन सीखना होगा। पूर्व में हम इस विषय में प्राथमिकता बनाना और कार्य करने का तरीक़ा सीख चुके हैं। लेकिन आज हम उन 15 छोटी बातों को सीखेंगे जो हमारे समय प्रबंधन को सुधार, हमारे जीवन में बड़ा बदलाव ला सकते हैं-

1) याद रखें अगर हमारे पास किसी चीज़ की सबसे ज़्यादा कमी है तो वह है समय।

हम सभी अपने सपनों को सच करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करते हैं और ईश्वर ने इस दुनिया में रहने के लिए हम सभी के लिए समय तय कर रखा है। इसीलिए हमें ईश्वर के दिए हर दिन अर्थात् 1440 मिनिट को सर्वोत्तम तरीके से उपयोग करना होगा।

2) अपने सबसे महत्वपूर्ण कार्य को पहचानें और उसे पहले करें
सामान्यतः हम सभी लोग जो कार्य सामने आ जाता है उसे पहले करने का प्रयास करते हैं इसके स्थान पर हमेशा अपने सबसे ज़रूरी और महत्वपूर्ण कार्यों को पहचाने और उसे सबसे पहली प्राथमिकता देते हुए पूर्ण करें। सबसे महत्वपूर्ण कार्य को पहचानने का सर्वोत्तम तरीक़ा जीवन में आगे बढ़ाने अर्थात् ग्रोथ दिलाने वाले कार्यों को पहचानना है।

3) अपने कैलेंडर से काम करें न कि ‘टू डू लिस्ट’ से
अक्सर हम एक दिन पूर्व अपने कार्यों की सूची बनाते हैं, जिसे ‘टू डू लिस्ट’ कहते हैं। उसके बाद उस लिस्ट में लिखे कार्यों की प्राथमिकता तय करते हैं और फिर उस प्राथमिकता के अनुसार दिन भर कार्य पूर्ण करने का प्रयास करते हैं। लेकिन एक रिसर्च बताती है कि ‘टू डू लिस्ट’ में रखे गए 41% कार्य हमेशा अपूर्ण रह जाते है। बल्कि उन कार्यों पर हम कभी भी फ़ोकस नहीं कर पाते हैं। ‘टू डू लिस्ट’ के स्थान पर कैलेंडर के अनुसार कार्य करें। कैलेंडर बनाने का सर्वोत्तम तरीक़ा है किसी भी कार्य के सामने आने पर उसे पूर्ण करने की तारीख़ और समय तय कर, उसे कैलेंडर प्लानर में लिख देना है। अब प्रतिदिन अपना कैलेंडर देखें और उसमें लिखे कार्य को उसी दिन पूर्ण करने का प्रयास करें।

4) प्रोकास्टिनेशन और शिथिलता को दूर करने के लिए, अपने कार्य ना करने के कारणों को पहले ही दूर करें
उपरोक्त कारण को मैं आपको एक उदाहरण से समझाने का प्रयास करता हूँ। मान लीजिए आपने कल से सुबह व्यायाम करने का निर्णय लिया है। अब आज आप उन सभी कारणों को सोचें जिनकी वजह से आप व्यायाम करने को टाल सकते हैं। जैसे, अलार्म को स्नूज़ कर देना अथवा कल तो मैं रात को सोने में काफ़ी लेट हो गया था आदि। जब आप सभी कारणों को पहचान लें उसके बाद उन्हें दूर करने के लिए पहले ही योजना बना लें। जैसे आप अलार्म को स्नूज़ करने से बचना चाहते हैं तो उस डिवाइस को अपने से दूर रख कर सोएँ जिसमें आपने अलार्म लगाया है। इस तरह आप कार्य के टालने की सम्भावना को पहल ही दूर कर देंगे। 

आज के लिए इतना ही दोस्तों, कल हम समय प्रबंधन करने के लिए ज़रूरी अगली चार बातें सीखेंगे।

-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर   
dreamsachieverspune@gmail.com