फिर भी ज़िंदगी हसीन है…
 

दोस्तों, खेल शिविर में एक कोच अलग-अलग जगह से चुने गए खिलाड़ियों में टीम भावना भरकर, सभी को एकजुट करता है। जिससे वे सभी खिलाड़ी एक टीम के रूप में अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकें। पिछले दो दिनों में हमने खेल शिविर में टीम भावना विकसित कर विजेता बनाने के सूत्रों से, व्यवसाय या स्टार्टअप को सफल बनाने के 7 में से पहले 5 मूलमंत्र सीखे थे। आईए अंतिम 2 मूलमंत्र सीखने से पहले उन्हें संक्षेप में दोहरा लेते हैं-

पहला मंत्र - जीत को लक्ष्य बनाएँ
देश के अलग-अलग हिस्सों से खिलाड़ी चुनकर हमारे देश की टीम बनती है। हालाँकि सभी खिलाड़ियों की पसंद, योग्यता, भाषा, खान-पान की शैली बिलकुल अलग होती है, लेकिन खेल शिविर में कोच इन्हें एक समान लक्ष्य, ‘जीत’ के लिए एकजुट होकर खेलने के लिए प्रशिक्षित करता है। ठीक इसी तरह हमें अपने स्टार्टअप या व्यवसाय को सफल बनाने के लिए अपनी टीम में सभी को एकजुट कर, समान मूल्यों का पालन करते हुए, पहले से तय लक्ष्यों को पाने का जुनून पैदा करना होगा।

दूसरा मंत्र - टीम में विश्वास पैदा करें
खेल शिविर में कोच सबसे पहले आपसी विश्वास पैदा करने के लिए कार्य करता है। जिससे सभी खिलाड़ी जीत के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकें। इसी तरह हमें अपने स्टार्टअप या व्यवसाय में ईमानदारी के साथ पारदर्शी नीति बनाते हुए टीम में विश्वास पैदा करना होगा। इसके लिए आप गूगल के सीनियर वी॰पी॰ लाज़लो ब्लॉक की सलाह मान सकते हैं, ‘अपनी टीम के प्रति पारदर्शी और ईमानदार रहें, उन्हें सिखाएँ कि चीज़ें कैसे काम करती है और यह सिखाने का एकमात्र तरीक़ा अपने अधिकारों का थोड़ा सा त्याग कर, उन्हें आगे बढ़ने के लिए जगह देना है।’

तीसरा मंत्र - अपने टीम के लोगों को बेहतर बनाएँ
खेल शिविर में कोच खिलाड़ियों को मानसिक, शारीरिक और तकनीकी रूप में बेहतर और मज़बूत बनाने के लिए कार्य करते हैं। वे उन्हें सिखाते हैं कि तात्कालिक असफलता को सफलता में कैसे बदलें। इसलिए अच्छे लोगों को चुनकर इंतज़ार न करें कि वे अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे, बल्कि उन्हें बेहतर बनाने की योजना बनाएँ। इसके लिए टीम के सर्वोत्तम या बेहतर प्रदर्शन करने वाले सदस्यों को अतिरिक्त संरक्षण की आवश्यकता वाले साथियों की मदद करने, सिखाने और बेहतर बनाने की ज़िम्मेदारी दें। वैसे भी कहा गया है, ‘एक महान लीडर अपने आसपास मौजूद लोगों को बेहतर बनाने की क्षमता रखता है और हर पल उसके लिए प्रयासरत रहता है।’

चौथा मंत्र - प्रेरित करें
जिस तरह खेल शिविर से लेकर मैदान में कोच और साथी खिलाड़ी, खेल रहे खिलाड़ी का हौंसला बढ़ाते हैं, उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने या खोया फ़ॉर्म प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते हैं, ठीक उसी तरह बिज़नस कोच या मोटिवेशनल ट्रेनर की मदद से अपनी टीम को प्रेरित करें। इसके लिए आप उस उद्यमी की भी मदद ले सकते हैं जिसने आपके समान परिस्थितियों में काम करके सफलता अर्जित करी हो। यह आपकी टीम को अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए तैयार करता है।

पाँचवाँ मंत्र - आशावान रहें
खेल के समान ही स्टार्टअप या व्यवसायिक दुनिया अनिश्चितताओं से भरी हुई होती है जहाँ उलट-फेरों के बीच सफल होना आसान नहीं होता। जिस तरह खेल शिविर में खिलाड़ियों को अंतिम समय तक अपनी प्रतिस्पर्धी क्षमता पर भरोसा रखते हुए खेल का रुख़ बदलना सिखाया जाता है ठीक उसी तरह स्टार्टअप या व्यवसायी को अपनी टीम को अपनी क्षमताओं पर भरोसा रखते हुए विपरीत परिस्थितियों में आशावान रहते हुए, प्रतिस्पर्धा करना सिखाना होगा। इसके लिए स्टार्टअप या व्यवसाय में टीम के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का माहौल बनाएँ। याद रखिएगा स्टार्टअप या व्यवसाय में थोड़ी सी अनुकूल प्रतिस्पर्धा टीम के सदस्यों को अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रोत्साहित करती है।
चलिए दोस्तों, अब हम खेल शिविर से व्यवसाय या स्टार्टअप को सफल बनाने के अंतिम दो मंत्र सीखते हैं-

छठा मंत्र - छोटे-छोटे ब्रेक दें
यह बात बिल्कुल सही है कि खेल शिविर में खिलाड़ी जितना पसीना मैदान पर बहाएँगे, उतना ही ज़्यादा खुद को बेहतर बना पाएँगे। लेकिन इसके बाद भी सबसे कठिन माने जाने वाले एन॰एफ़॰एल॰ टीमों के प्रशिक्षण शिविरों में कोच खिलाड़ियों को ब्रेक देते हैं और उन्हें वो गतिविधियाँ करने देते हैं जिनका फुटबॉल से कोई लेना-देना नहीं है। ठीक इसी तरह स्टार्टअप को अपनी टीम के सदस्यों को समय-समय पर ब्रेक देना चाहिए। हो सकता है, ए॰सी॰ और कृत्रिम रोशनी के साथ, अपने लैपटॉप पर आँखें गड़ाए, आपकी टीम थक चुकी हो। ऐसे में छोटा ब्रेक उन्हें रिलैक्स होकर फिर से रीचार्ज होने में मदद करता है। फ़्रेश माइंड से टीम रचनात्मक तरीके से विचार कर, योजनाबद्ध तरीके से काम कर, उत्पादकता को बढ़ा पाती है। आप टीम को सामूहिक ब्रेक पर भी ले जा सकते हैं। हाल ही के वर्षों में मैंने देखा है कि जब आप पूरी टीम को एक साथ ब्रेक पर लेकर जाते हैं तब शुरुआत में तो सभी सदस्य अलग-अलग कार्यों में व्यस्त रहते हैं। लेकिन ब्रेक खत्म होने के पहले सभी एक गाने पर साथ थिरकते, मज़ा करते नज़र आते हैं।

सातवाँ मंत्र - बाज़ार और लोगों की सोच से आगे चलें
खेल में जितना महत्व फ़िट्नेस या तकनीक का होता है उतना ही महत्व आपकी रणनीति बनाने की क्षमता का होता है जिससे आप अपने प्रतिद्वंदियों की कमजोरी का और अपनी विशेष क्षमताओं का फ़ायदा उठाकर, विजेता बन सकें। इसीलिए खेल शिविर में कोच खिलाड़ियों को मानसिक रूप से मज़बूत बनाने पर कार्य करते हैं। ठीक इसी तरह स्टार्टअप को हर पल बाज़ार और लोगों की सोच से आगे चलने के बारे में रणनीति बनाकर चलना चाहिए।

अंत में-
स्टार्टअप में कार्य करना और सफल बनना जीवन के सबसे रोमांचक और हसीन कार्यों में से एक हो सकता है। यह आपसे लगातार, लम्बे समय तक मेहनत माँग सकता है क्यूँकि इसमें आपको नवाचार के साथ विचार, मज़बूत नेतृत्व क्षमता, संस्कृति को स्थापित करते हुए, लक्ष्य पाना होता है। इसके लिए हमें, अपनी टीम के हर सदस्य को विशेष या महान मानते हुए डील करना होगा। इसीलिए कहा गया है दोस्तों, ‘हर संगठन की चुनौती, एक दूसरे पर निर्भरता की भावना पैदा करना है क्योंकि सवाल यह नहीं है कि प्रत्येक व्यक्ति कितनी अच्छी तरह काम करता है, बल्कि यह है कि वे एक साथ कितनी अच्छी तरह काम करते हैं।’

-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर
dreamsachieverspune@gmail.com