अयोध्या| गौरी पांडे अभी सिर्फ सात साल की हैं लेकिन चुनाव प्रचार में पहले से ही माहिर हैं। उन्होंने अपने पिता तेज नारायण पांडे उर्फ पवन पांडे के लिए प्रचार शुरू कर दिया है, जो अयोध्या से समाजवादी पार्टी के टिकट के दावेदार हैं।

गौरी सुबह सात बजे से चुनाव प्रचार शुरू करती हैं और घर-घर जाकर अपने पिता के लिए वोट मांगती हैं। उनके साथ कई बार उनकी मां सहित महिलाओं का एक समूह होता है।

तीसरी कक्षा की छात्रा गौरी सुबह दो घंटे और शाम को दो घंटे प्रचार करती है।

गौरी कहती हैं, कि मैं अपने पिता के लिए वोट मांग रही हूं ताकि अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बन सकें।

उनके पिता पवन पांडे, एक पूर्व छात्र नेता, तीसरी बार अयोध्या से चुनाव लड़ने का लक्ष्य बना रहे हैं।

पांडे ने 2012 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनावी शुरूआत की और भाजपा के दिग्गज लल्लू सिंह को हराया, जो अब फैजाबाद से सांसद हैं।

वह 2017 में चुनाव हार गए लेकिन अब अपनी सीट फिर से हासिल करने के लिए आश्वस्त हैं।