कोटा जिले में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की स्पेशल यूनिट ने कार्रवाई की। एसीबी ने पार्षद को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी पार्षद ने इलाके में हो रहे विकास कार्य में रुकावट डाली और ठेकेदार से मामला सुलझाने के लिए एक लाख रुपये मांगे। दोनों के बीच सौदा 50 हजार रुपये में तय हुआ।
जानकारी के मुताबिक, सुल्तानपुर से जिस पार्षद को गिरफ्तार किया है, उसका नाम शिवा प्रजापति है. वह वार्ड नंबर-2 से पार्षद है। आरोपी पहले वार्ड पंच था, सुल्तानपुर पंचायत के नगर पालिका बनने पर वार्ड पंच से क्रमोन्नत होकर पार्षद बना था। बताया जाता है कि उसके इलाके में ठेकेदार सीसी, नाली का काम करा रहा था। लेकिन, शिवा ने काम में अडंगा डाला और काम रुकवाने की बात कही। ठेकेदार ने मामला सुलझाने की बात की तब आरोपी पार्षद ने एक लाख रुपये देने को कहा। इसके बाद दोनों के बीच बातचीत हुई और मामला सुलझाने के लिए सौदा 50 हजार रुपये में तय हुआ।
मामले को लेकर एडिशनल एसपी स्पेशल यूनिट विजय स्वर्णकार ने बताया कि परिवादी नगर पालिका का ठेकेदार है। उसने एसीबी को रिश्वत की शिकायत की थी। उसने शिकायत में बताया कि वार्ड पार्षद शिवा प्रजापति इलाके के विकास कार्यों में काम में अड़ंगा लगा रहा है। इसके एवज में वह कमीशन मांग रहा है। पीड़ित ठेकेदार ने एसीबी को बताया कि पार्षद के वजह से वह परेशान है. उसने बताया कि पार्षद ने उससे करीब एक लाख रुपये मांगे हैं।