बिलासपुर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच सोमवार सुबह से बूस्टर डोज लगना शुरू हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने 34 हजार लोग बूस्टर डोज के लिए चिन्हित किया है। इसमें फ्रंट लाइन वर्कर्स के साथ ही 60+ उम्र के लोग शामिल हैं। जिला अस्पताल के साथ ही जिले के 55 से अधिक सेंटरों में वैक्सीनेशन के साथ बुस्टर डोज भी लगाए जा रहे हैं।

जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. मनोज सैमुअल ने बताया कि केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के तहत स्वास्थ्यकर्मियों के साथ ही फ्रंट लाइन वर्कर्स और 60+ बीमार लोगों को बूस्टर डोज लगाने की अनुमति दी गई है। ऐसे में स्वास्थ्य कर्मियों से ही बूस्टर डोज की शुरूआत जिले में की गई है। उन्होंने बताया कि जिन्हें दूसरा डोज लगकर 39 हफ्ते (273) दिन यानी 9 माह पूरे हो चुके हैं। ये सभी कोविड पोर्टल पर रजिस्टर्ड हैं।

लेकिन बूस्टर डोज के लिए उन्हें स्लॉट बुक कराने होंगे। डॉ. सैमुअल ने बताया कि अभी बूस्टर डोज के लिए 34 हजार लोगों में 16 हजार हेल्थ वर्कर्स, 4500 हजार फ्रंट लाइन वर्कर्स, जिसमें नगर निगम, राजस्व विभाग, पुलिस विभाग व अन्य सरकारी विभाग के कर्मचारी शामिल हैं।

नया रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं- बूस्टर डोज के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि पहले और दूसरे डोज की तरह इस बार कोविन ऐप पर नए रजिस्ट्रेशन नहीं करना पड़ेगा। वैक्सीनेशन सेंटर में जाने के बाद उन्हें आधार कार्ड या फिर दूसरे डोज का सर्टिफिकेट दिखाना होगा। सीनियर सिटीजन को बूस्टर डोज लगवाना है, सीधे टीकाकरण केंद्र पहुंचकर टीका लगवा सकते हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि नए रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होगी।

तीसरा डोज वहीं जो पहला और दूसरा- कोविड-19 वैक्सीन की एहतियात बूस्टर डोज खुराक वही वैक्सीन होगी, जो पहले दो खुराक में दी गई थी। जिन लोगों ने पहले को-वैक्सीन लगी है, उन्हें को-वैक्सीन लगाई जाएगी, जिन्हें कोविशील्ड की दो खुराक मिली है, उन्हें कोविशील्ड ही लगाई जाएगी।
कमिश्नर डॉ. अलंग ने लगवाया बूस्टर डोज- संभागीय कमिश्नर डॉ. संजय अलंग सोमवार की सुबह जिला अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने बूस्टर डोज लगवाया। कोविड वैक्सीन का दोनों डोज पूरा होने और 9 माह की अवधि पूरी होने के बाद बूस्टर डोज लगवाया।