जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उनकी  सरकार कृषि के लिए पर्याप्त बिजली उपलब्ध करवाने हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी स्थिति में किसानों को बिजली की आपूर्ति प्रभावित नहीं होनी चाहिए। इसके लिए जरूरी होने पर पावर एक्सचेंज व अन्य स्रोतों से बिजली की खरीद सुनिश्चित की जाए। वह मुख्यमंत्री निवास पर विद्युत आपूर्ति की स्थिति की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।
 बैठक में विद्युत विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में पावर एक्सचेंज से राज्य को अतिरिक्त बिजली की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इसके साथ ही सर्दियों के दिनों में राजस्थान और देश के अन्य राज्यों में अब तक बारिश ना होने कृषि रकबे में बढ़ोतरी और पिछले रबी मौसम के बाद राज्य में कृषि कनेक्शनों में 1.20 लाख की बढ़ोतरी होने से भी बिजली की मांग में वृद्धि हुई है। इसके अलावा कोहरे के कारण वर्तमान में कोल इंडिया और अन्य कंपनियों से मिलने वाले कोयले की आपूर्ति में विलम्ब हो रहा है।
  बैठक में बताया गया कि घरेलू और कृषि कार्यों के लिए पर्याप्त बिजली की आपूर्ति के लिए उद्योगों को मिल रही बिजली में कटौती करनी पड़ रही है लेकिन जैसे ही बिजली की आपूर्ति सामान्य होगी यह कटौती समाप्त कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने उद्योगों से आग्रह किया कि वे बिजली कटौती की स्थिति में विद्युत कंपनियों के निर्देशों का पालन करें और उनका सहयोग करें। इस बीच राज्य सरकार ने 125 केवीए क्षमता से अधिक उपयोग वाले उद्योगों पर सोमवार से तीन दिन के लिए प्रतिदिन तीन घंटे 75 प्रतिशत तक कटौती करेगी।
  वर्तमान में शाम को 5 से 8 बजे के बीच विद्युत आपूर्ति में पीक लोड के कारण पिछले दो दिनों से व्यवधान आया है लेकिन इसके बावजूद फिलहाल राज्य को रात के समय सरप्लस बिजली ग्रिड में देनी पड़ रही है वहीं दिन के समय ग्रिड से अतिरिक्त बिजली लेनी पड़ रही है। इसके साथ ही राज्य के बिजली घरों को मिलने वाले कोयले की आपूर्ति में भी लगातार सुधार हो रहा है तथा राज्य के अधिकारी इसके लिए रेल मंत्रालय से निरंतर संपर्क में हैं।