विवाह की तारीख पर दुल्हन सज-धज कर इंतजार करती रही लेकिन न बरात आई और न ही दूल्हे का पता चला। पूरी रात इंतजार के बाद भी बरात न पहुंचने पर लड़की वालों ने पुलिस को सूचना दी। मामला सोनभद्र जिले का है। 

इंस्टाग्राम पर लड़का देखा और शादी तय कर दी। विवाह की तारीख पर दुल्हन सज-धज कर इंतजार करती रही लेकिन न बरात आई और न ही दूल्हे का पता चला। पूरी रात इंतजार के बाद भी बरात न पहुंचने पर लड़की वालों ने पुलिस को सूचना दी। मामला यूपी के सोनभद्र के बीजपुर बाजार का है।

बीजपुर बाजार निवासी एक व्यक्ति के बेटी की शादी शनिवार को तय थी। अग्रवाल धर्मशाला में बरात आनी थी। लड़की वालों ने बरात के स्वागत-सत्कार की पूरी तैयारी की थी। जयमाल के लिए स्टेज सजा था। डीजे पर लोग झूम रहे थे। लड़की भी सज-धजकर तैयार थी। देर शाम तक बरात नहीं पहुंची तो उनकी बेचैनी बढ़ी। लड़की वालों के मुताबिक लड़का गोरखपुर का रहने वाला है।

लड़का और लड़की के परिवार वालों के बीच होती थी बातचीत

इंस्टाग्राम पर लड़की की सौतेली मां का गोरखपुर निवासी युवराज गौड़ से संपर्क हुआ। बातचीत का सिलसिला आगे बढ़ा। लड़का पसंद आया तो उसने सौतेली बेटी की शादी उसके साथ तय कर दी। लड़का और लड़की के परिवार वालों के बीच इंस्टाग्राम और फोन पर ही बातचीत होती रही। शादी की तारीख भी फोन पर ही तय हो गई।

दूल्हा बोलता रहा झूठ

शनिवार को तय तिथि पर लड़की वाले पूरी तैयारी कर बरात आने का इंतजार करते रहे। देर शाम तक पता न चलने पर लड़की के पिता ने दूल्हे को फोन किया तो रात नौ बजे तक पहुंचने की बात कही।

इसके बाद दोबारा रात 12 बजे तक आने का हवाला दिया। पूरी रात बरात न आने पर लड़की वालों का धैर्य टूट गया।
लड़की ने महिला हेल्पलाइन पर शिकायत की तो पुलिस मौके पर पहुंची। प्रभारी निरीक्षक पंकज कुमार सिंह ने जानकारी ली तो सोशल मीडिया के माध्यम से शादी तय करने की बात सामने आई। लड़की वालों ने शादी तय करने से पहले न तो दूल्हे को देखा और न ही उसके बारे में कोई भी छानबीन की। सब कुछ फोन के माध्यम से ही चलता रहा।

पुलिस ने लड़के युवराज से फोन पर संपर्क किया तो उसने बताया कि बरात लाने की कोई बात नहीं हुई थी। लड़की की सौतेली मां उसके साथ जबरन शादी कराना चाहती थी। खुद से ही शादी की तारीख भी तय कर लिया था। मेरी इसमें कोई भूमिका नहीं है।प्रभारी निरीक्षक पंकज सिंह ने बताया कि थाने में दुल्हन या उसकी मां की तरफ से कोई तहरीर नहीं दी गई है बल्कि खुद दूल्हे की छानबीन किए बिना शादी की तारीख पक्की करने की गलती मानी है