फिर भी ज़िंदगी हसीन है…

दोस्तों, जीवन, कुछ लोगों को पहेली या परेशानी तो कुछ लोगों को वरदान लगता है। कुछ लोग इसमें समस्या, चुनौती, अपूर्णता देख इसे हर पल पूर्ण या अपने सपनों जैसा बनाने के लिए प्रयासरत रहते हैं, तो कुछ लोग इस चक्कर से दूर रहकर इसे खुलकर जीते हैं। जो लोग इसमें समस्या, चुनौती, अपूर्णता देखते हैं, ज़िंदगी उन्हें जटिल लगती है। इसीलिए कहा गया है, ‘ज़िंदगी बिलकुल वैसी ही है, जैसा आप इसे देखते हैं।’ इसीलिए मैं अक्सर कहता हूँ कि ज़िंदगी के प्रति ग़लत नज़रिए की वजह से ही लोग इसे जी नहीं पाते हैं। दूसरे शब्दों में कहूँ तो सपनों का जीवन जीने के चक्कर में लोग अपनी ज़िंदगी गँवा देते हैं।

दोस्तों, कल हमने सरलता, सहजता के साथ खुश रहते हुए, जीवन के प्रति सही नज़रिया विकसित कर, बड़ी सफलता पाने के 15 सरल और छोटे सूत्रों में से पहले नौ सूत्र सीखे थे। चलिए आगे बढ़ने से पहले उन सूत्रों को संक्षेप में दोहरा लेते हैं…

पहला सूत्र - वर्तमान में जिएँ 
दोस्तों, योजनाबद्ध तरीके से वर्तमान में जीना आपको भूतकाल के दबाव और नकारात्मक मनःस्थिती और साथ ही भविष्य की अनिश्चितता, तनाव और दबाव से बचा कर आपके जीवन को सुखद और बेहतर बनाता है।

दूसरा सूत्र - नफ़रत ना करें, 
अन्याय का शिकार बनना आपके अंदर नफ़रत पैदा कर नकारात्मकता बढ़ाता ह। लेकिन विनम्रता के साथ जीना आपके जीवन में सकारात्मकता बढ़ाकर जीवन को सरल और सहज बनाता है, इसलिए नफ़रत छोड़, विनम्र बनें।

तीसरा सूत्र - ज़मीन से जुड़े रहें
सफलता में उड़ना और अपनी जड़ें छोड़ना आपके अंदर बेचैनी बढ़ा शांति खत्म कर देता है, इसके विपरीत हर स्थिति में विनम्र बने रहना और इंसानियत के साथ जीना आपको सरल और सहज बनाए रखता है।

चौथा सूत्र - सकारात्मक रहें 
परिस्थितियाँ कैसी भी क्यूँ ना हों सकारात्मक सोचें, सकारात्मक रहें।

पाँचवाँ सूत्र - मदद करें 
अपने सामर्थ्य के अनुसार दूसरों की मदद करना, उनके जीवन को बेहतर बनाना आपको शांत, संतुष्ट और खुश रहते हुए जीवन जीने का मौक़ा देता है। इसलिए लोगों के जीवन को आसान और खूबसूरत बनाने के लिए प्रयासरत रहें।

छठा सूत्र - माफ़ करें 
सभी को क्षमा करें, विशेषकर स्वयं को। क्षमा करना आपको शांत और अपराध बोध से मुक्त रखता है।

सातवाँ सूत्र - प्रार्थना करें 
दोस्तों प्रार्थना, में चमत्कारिक शक्ति होती है, जब भी कोई इंसान प्रार्थना के लिए हाथ उठाता है वह अपनी शक्तियों को जगाता है। प्रार्थना आपका आत्मबल बढ़ाकर आपके और आपके सर्कल में मौजूद लोगों का जीवन बेहतर बनाती है।

आठवाँ सूत्र - असफलता से ना डरें 
याद रखिएगा दोस्तों असफलता, सफलता की बुनियादी सीढ़ी है। जीवन की सबसे बड़ी सफलता, उसमें सकारात्मक बदलाव जीवन के सबसे कटु अनुभव के बाद आता है।

नवाँ सूत्र - धैर्य रखें
धैर्य का कोई विकल्प नहीं है, यह आपको जीवन में अचानक सामने आई विपरीत स्थिति, परिस्थितियों या चुनौतियों को स्वीकारने के लिए तैयार करता है।

चलिए दोस्तों अब हम बड़ी सफलता के 15 सरल और छोटे सूत्रों में से शेष अंतिम छः सूत्र सीखते हैं।

दसवाँ सूत्र - छोटी शुरुआत करें 
अक्सर बड़े परिवर्तन, बड़े लक्ष्यों के लिए हमारे पास पर्याप्त संसाधन नहीं होते हैं और उनके अभाव में हम सही समय पर शुरुआत करने से वंचित रह जाते हैं। इसकी मुख्य वजह छोटी शुरुआत को तुच्छ समझने की चूक होती है। इसके स्थान पर छोटी शुरुआत करें, धैर्य रखें और उसे महान अंत में बदलें।

ग्यारहवाँ सूत्र - सकारात्मक रिश्तों में रहें
सिर्फ़ उन्हीं लोगों के साथ रहें जो प्यार और स्नेह के साथ आपको वैसे ही स्वीकारते हैं, जैसे आप हो। याद रखिएगा, जब आप नकारात्मक सम्बन्धों को छोड़कर जीवन में आगे बढ़ते हैं तब आप ईश्वर के द्वारा भेजे गए उन ईश्वरीय आशीर्वाद प्राप्त लोगों से मिल पाते हैं जिन्हें उन्होंने सिर्फ़ आपके लिए बनाया है।

बारहवाँ सूत्र - आभारी रहें 
सफल होने के लिए आवश्यक प्रतिभा और योग्यता ईश्वर के आशीर्वाद से मिली है और ख्याति समाज से इसलिए आभारी रहें। दोस्तों आभारी रहना आपको सुखी और स्वस्थ बनाता है और ना रहना आपको घमंडी बना नकारात्मक भावों कि ओर ले जाता है।

तेरहवाँ सूत्र - होनी के साथ सहयोग करें 
दोस्तों अगर ईश्वर ने आपको इस दुनिया में भेजा है तो उसने आपके लिए कुछ ना कुछ सोच रखा है। अगर आपको बार-बार प्रयास करने के बाद भी किसी दरवाज़े को खोलने में सफलता नहीं मिल रही है तो पूर्ण विश्वास के साथ, धैर्य रखते हुए आस-पास देखें। हो सकता है ईश्वर ने आपके लिए विशेष रूप से कोई अन्य दरवाज़ा बना रखा हो।

चौदहवाँ सूत्र - ईश्वर के प्रति विश्वास बनाए रखें
कई बार लोग आपको एहसास करवाने का प्रयास करेंगे कि आप किसी काम के नहीं हैं, आप इस दुनिया में बोझ हैं। ऐसी परिस्थिति में याद रखिएगा ईश्वर ने आपको अपनी किसी योजना को बेहतरीन तरीके से पूर्ण करने के लिए भेजा है और उसने आपके लिए कुछ ऐसा सोच रखा है जो आम मनुष्यों को समझ नहीं आ रहा है। बस थोड़ा इंतज़ार करें, सकारात्मक रहें और ईश्वर के प्रति विश्वास और आस्था बनाए रखें, समय आने पर ईश्वर आपको अपनी योजनानुसार सही स्थान पर पहुँचा देगा।

पंद्रहवां सूत्र - ईश्वरीय आशीर्वाद और चमत्कारों के लिए तैयार रहें 
जिस तरह आपके माता-पिता हर पल आपके लिए चिंतित रहते हैं, आपके लिए हमेशा अच्छा और सकारात्मक सोचते हैं ठीक उसी तरह ईश्वर भी हमेशा आपके लिए अच्छा ही सोचता है। इसलिए हमेशा परमेश्वर के भरपूर आशीर्वाद के लिए तैयार रहे। याद रखिएगा, वह आपको दुनिया में ऐसा स्थान दिलाने वाला है जिसके लिए अन्य लोग आपको अयोग्य मानते हैं। जी हाँ दोस्तों, परमेश्वर के भरपूर आशीर्वादों के लिए तैयार हो जाएँ, वह आपके जीवन में अपनी शक्ति, अच्छाई प्रदर्शित करने वाला है।

-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर 
dreamsachieverspune@gmail.com