वाशिंगटन । वैज्ञानिकों ने एक शुक्राणु-इंजेक्शन रोबोट का सफलतापूर्वक डिजाइन और निर्माण किया है। इस रोबोट ने एक दर्जन से अधिक फीमेल अंडों को फर्टिलाइज करने में मदद की। यह कमाल कर दिखाया है स्पेन के इंजीनियरों की एक टीम ने।
 रोबोट द्वारा निकले स्पर्म के परिणामस्वरूप स्वस्थ भ्रूण और दो बच्चियों का जन्म हुआ। यह कारनामा न्यूयॉर्क शहर में स्थित न्यू होप फर्टिलिटी सेंटर द्वारा किया गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार इस्तेमाल किया गया रोबोट एक प्रोटोटाइप है जिसका उपयोग भविष्य में इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) प्रक्रिया को स्वचालित करने के लिए किया जा सकता है, जो संभावित रूप से इसे उन रोगियों के लिए अधिक सुलभ और सस्ती बनाता है जिन्हें इसकी आवश्यकता होती है।
 रिपोर्ट में बताया गया कि एक इंजीनियर ने अंडों के अंदर स्पर्म के एक सेल को डालने के लिए सोनी प्लेस्टेशन 5 का उपयोग किया। इस प्लेस्टेशन की मदद से रोबोटिक नीडल को ऑपरेट किया गया था। शोधकर्ताओं का दावा है कि पैदा हुई दोनों बच्चियां “रोबोट” द्वारा फर्टिलाइजेशन के बाद पैदा होने वाले पहले बच्चे हैं।  हालांकि, ओवरचर लाइफ जैसे स्टार्टअप प्रक्रिया को स्वचालित करने की दिशा में काम कर रहे हैं, और ओवरचर ने अपने काम का समर्थन करने के लिए निवेशकों से 37 मिलियन डॉलर जुटाए हैं। 
आईवीएफ को स्वचालित करने का अंतिम लक्ष्य इसे और अधिक सुलभ बनाना और अधिक लोगों को बच्चे पैदा करने में मदद करना है। वैश्विक स्तर पर, प्रत्येक वर्ष आईवीएफ के माध्यम से लगभग 500,000 बच्चे पैदा होते हैं, लेकिन बहुत से लोगों के पास फर्टिलिटी मेडिसिन तक पहुंच नहीं होती है या वे इसे वहन नहीं कर सकते हैं।आईवीएफ प्रक्रिया वर्तमान में प्रशिक्षित भ्रूणविज्ञानी द्वारा मैन्युअल रूप से की जाती है जो माइक्रोस्कोप के तहत अति पतली खोखले सुइयों का उपयोग करके अंडे और शुक्राणु को संभालते हैं। ये प्रयोगशालाएं महंगी होती हैं, और प्रक्रिया लंबी, नाजुक है, और यूएस में प्रति प्रयास 20,000 डॉलर तक खर्च हो सकती है।