अहमदाबाद | चक्रवाती तूफान बिपोरजॉय के आगामी 15 जून को गुजरात से टकराने की संभावना है| चक्रवात गुजरात से टकरायेगा या उससे पहले कमजोर होगा, यह आनेवाला वक्त ही बताएगा| लेकिन चक्रवात के कारण तटीय क्षेत्रों के उद्योग-व्यवसाय ठप हो गए हैं| जिसकी वजह से 10 हजार से भी ज्यादा ट्रकों के पहिए रुक गए हैं| खासकर कच्छ के गांधीधाम, कंडला के अलावा जामनगर के उद्योगों पर चक्रवात का बुरा असर हुआ है| मोरबी और जामनगर जिले की बात करें तो दोनों जगह 15 जून तक उद्योगों के बंद रहने से करीब 350 करोड़ के आर्थिक नुकसान का अनुमान है| मोरबी में करीब 700 जितनी फैक्ट्रियां हैं जो 15 जून तक पूरी तरह से बंद रहेंगी, जिसकी वजह से लगभग 100 करोड़ रुपए के नुकसान की आशंका है| गांधीधाम के उद्योग बंद होने की वजह से 200 करोड़ के नुकसान का अनुमान है| कच्छ में करीब 5 हजार जितने छोटे-बड़े नमक उद्योग हैं, जिसमें 50 हजार से भी अधिक लोग काम करते हैं| इसी प्रकार ट्रांसपोर्ट और बंदरगाह भी तीनदिनों के लिए बंद होने की वजह से 200 करोड़ के नुकसान का अनुमान है| चक्रवात के कारण अगर बिजली आपूर्ति ज्यादा समय तक बाधित रही तो नुकसान का आंकड़ा बढ़ भी सकता है| जामनगर में ऐहतियात के तौर पर 15 जून तक औद्योगिक इकाइयां बंद रहनेवाली हैं| जामनगर में करीब 8 हजार जितनी औद्योगिक इकाइयां हैं| जिसमें 6 हजार इकाइयां एमएसएमई ब्रास यूनिट की हैं| 1500 यूनिटों में खाद्य तेल, नमक, बंदरगाह, रिलायंस और एस्सार जैसी रिफाइनरी, कोटन जिनिंग और स्पीनिंग यूनिट्स हैं| इन इकाइयों के बंद रहने से करीब 50 करोड़ के नुकसान की संभावना है| अब चक्रवात गुजरात से टकराए या नहीं लेकिन ऐहतियात के तौर पर तटीय क्षेत्रों के उद्योग-व्यवसायों के 15 जून तक बंद रहने से करोड़ों का नुकसान होना तो तय है|