अहमदाबाद | अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय आज शाम गुजरात के कच्छ जिले के जखौ से टकरा गया है| चक्रवात के लेन्डफोल के बाद तटीय इलाकों में 120 किलोमीटर से भी ज्यादा गति से हवा चल रही है| साथ ही अतिभारी बारिश भी हो रही है| चक्रवाती तूफान का सबसे ज्यादा असर कच्छ में दिख रहा है| चक्रवात के कारण तटीय इलाकों में कई जगह हजारों पेड़ औ 500 जितने बिजली के खंभे ढह गए हैं| कच्छ के मांडवी से लेकर नलिया तक प्रकृति का कहर दिखाई दे रहा है| हांलाकि चक्रवात से कितना नुकसान हुआ है यह तो कल सुबह ही पता चलेगा| कच्छ जिले के मुंद्रा में तेज हवा के साथ भारी बारिश हो रही है| मुंद्रा स्थित अदानी की ऑफीस और कॉलोनी में चक्रवात से भारी नुकसान की खबर है| तेज हवा के कारण ऑफीस की छत उड़ गई| कच्छ के मांडवी, नलिया, जखौ, मुंद्रा इत्यादि इलाकों में तेज हवा के साथ मूशलाधार बारिश हो रही है| खासकर तटीय इलाकों में तेज हवा चल रही है| सुरक्षा के लिहाज से नलिया के आसपास स्थित पवन चक्की पहले ही बंद कर दी गई थीं| दूसरी ओर चक्रवात से बचाव के लिए प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था| मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात के लेन्डफोल की प्रक्रिया मध्य रात्रि तक जारी रहेगी| चक्रवात के घेरे का दायरा 50 किलोमीटर है| कच्छ समेत सौराष्ट्र के तटीय इलाकों में 115 से 125 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चल रही है| साथ ही सौराष्ट्र के सभी इलाकों में मूशलाधार बारिश भी हो रही है| देवभूमि द्वारका और जामनगर में तेज हवा और मूशलाधार बारिश के बपीच अनेक पेड़ और बिजली के खंभों के धराशायी होने की खबर है| तटीय क्षेत्र में भारी बारिश के कारण अमरेली जिले की शेल नदी में बाढ़ आ गई है| अमरेली जिले के जाफराबाद, राजूला, खांभा और धारी तहसीलों में भारी बारिश हो रही है| सरसिया, जीरा, डाभाली, हीरावा और नागध्रा में मूशलाधार बारिश जारी है| सावरकुंडला समेत घोबा और मेवासा गांवों में मूशलाधार बारिश हो रही है| भारी बारिश के चलते नागध्रा स्थित शेल नदी में बाढ़ आ गई है| अमरेली जिले के पीपावाव पोर्ट में भारी बारिश हो रही है| भारी बारिश के चलते नमक के खेतों में पानी भर गया है| बता दें कि चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के लेन्डफोल होने और उसके बाद स्थिति को लेकर सरकार और प्रशासन ने हरसंभव तैयारियां की थीं| चक्रवात से कम से कम नुकसान हो इस प्रकार सरकार और प्रशासन ने सभी ऐहतियाती उपाय किए थे| लेन्डफोल की प्रक्रिया शुरू हो गई है और यह मध्य रात्रि तक जारी रहेगी| चक्रवात से कितना नुकसान हुआ है यह शुक्रवार की सुबह पता चलेगा|