केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि मोदी सरकार भारत से ड्रग्स को जड़ से खत्म कर देगी और देश में नशीले पदार्थों की तस्करी की अनुमति नहीं देगी। उन्होंने नशीले पदार्थों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर एक वीडियो संदेश में कहा कि गृह मंत्रालय ने नशीले पदार्थों के खिलाफ शून्य-सहिष्णुता की नीति अपनाई है और इसके परिणाम आने शुरू हो गए हैं। 

शाह ने कहा कि हमने तय किया है कि भारत में किसी भी तरह के नशीले पदार्थों के व्यापार की अनुमति नहीं देंगे और न ही भारत के माध्यम से किसी भी नशीले पदार्थ की तस्करी की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि हम सबके प्रयासों से नशीले पदार्थों के खतरे को जड़ से खत्म करने में सफल होंगे और नशा मुक्त भारत के अपने लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। 

गृह मंत्री ने कहा कि हम तब तक आराम नहीं करेंगे जब तक कि नशीले पदार्थों के खिलाफ यह लड़ाई नहीं जीत ली जाती। उन्होंने कहा कि ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई जारी है। इसके अंतर्गत की गई कार्रवाई का नतीजा साफ देखा जा सकता है। साल 2014 और 2022 के बीच 22,000 करोड़ रुपये के नशीले पदार्थ जब्त किए गए। यह 2006 और 2013 के बीच जब्त किए गए 768 करोड़ रुपये के ड्रग्स से 30 गुना अधिक है। 

उन्होंने कहा कि ड्रग तस्करों के खिलाफ मामलों में 181 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। साल 2006 और 2013 के बीच 1,257 मामलों दर्ज किए गए थे, जबकि 2014 और 2022 के बीच 3,544 तस्करों पर शिंकजा कसा है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि जून 2022 से देश में छह लाख किलोग्राम नशीले पदार्थ नष्ट किए गए हैं। यह नशा मुक्त भारत के लिए मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

गृह मंत्री ने कहा कि नशीले पदार्थों के व्यापार के खिलाफ सफलता मुख्य रूप से मोदी सरकार के दृष्टिकारण के कारण हासिल हुई है, जिसके तहत सरकार की विभिन्न शाखाओं के करीबी समन्वय के साथ नीतियां बनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सभी प्रमुख संगठन, विशेषकर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो नशीले पदार्थों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखे हुए हैं। शाह ने कहा कि गृह मंत्रालय, सभी संबंधित संगठनों और राज्य सरकारों की मदद से नशा मुक्त भारत के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहा है। हालांकि, नशीले पदार्थों के खिलाफ यह युद्ध लोगों की भागीदारी के बिना नहीं जीता जा सकता है।

शाह ने कहा कि इस अभियान को मजबूत करने के लिए मंत्रालय ने 2019 में नेशनल नारकोटिक्स कोऑर्डिनेशन पोर्टल (एनसीओआरडी) की स्थापना की और हर राज्य के पुलिस विभाग में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) का गठन किया गया। साथ ही मंत्री ने देश के सभी लोगों से नशे से दूर रहने और अपने परिवार को भी दूर रखने की अपील की।