लखीसराय । बिहार के लखीसराय का अशोक मंदिर एक बार फिर से चर्चा में है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने यहां पहुंकर पूजा की हैं। इसकारण यहां पर पुलिस सुरक्षा भी बढ़ाई गई है। बताया जाता है कि यह मंदिर 8वीं सदी में बनाया गया था। लेकिन 56 साल पहले ही इसकी खोज हुई थी। जानकारी के अनुसार, मंदिर को पूरी तरह से सजाया गया है और आसपास सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। बता दें कि लखीसराय के इस अशोक मंदिर को बिहार का देवघर भे कहा जाता है। 
बताया जाता है कि 7 अप्रैल 1977 को जब एक चरवाहा यहां गाय चरा रहा, तब चरवाहा को यहां पर एक शिवलिंग मिला था। अशोक नाम के चरवाहे ने जमीन के नीचे इस विशालकाय शिवलिंग की खोज की थी। बताते हैं कि अशोक रोजाना यहां रोज गाय चराने आता था। एक दिन जब वह वहां गिल्ली-डंडा खेल रहा था, तब गिल्ली की तलाश करते हुए वह शिवलिंग तक पहुंचा। यह शिवलिंग धरती के अंदर था। बाद में जब शिवलिंग की जानकारी मिली, तब यहां पर मंदिर का निर्माण करवाया गया।  क्योंकि, अशोक ने इस शिवलिंग की खोज की थी, इसलिए मंदिर का नाम अशोक धाम पड़ गया। जगन्नाथपुरी शंकराचार्य ने 11 फरवरी 1993 को मंदिर परिसर का पुनर्निर्माण के बाद उद्घाटन किया था। हर साल शिवरात्रि और सावन महीने में यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।