भोपाल. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 15 दिन में दूसरी बार भोपाल पहुंचने के बाद मध्य प्रदेश में मिशन 2023 का रोडमैप फाइनल कर गए. विजय संकल्प यात्रा का ब्लू प्रिंट तैयार कर शाह ने पार्टी की टॉप लीडरशिप को सत्ता में वापस आने का मंत्र दिया है.

मध्य प्रदेश में भाजपा सभी 230 विधानसभा सीट पर विजय का संकल्प लेकर अपनी यात्रा निकालेगी. यह यात्रा सभी छह अंचलों से निकलेगी. इसे प्रदेश के अंचलों के क्षत्रप नेता ही लीड करेंगे. इन यात्राओं को निकालने का जिम्मा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रहलाद पटेल, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दिया गया है.

यात्रा को इस तरह भव्य स्वरूप दिया जाएगा कि इसमें दिल्ली के बड़े नेता भी शामिल होंगे. यात्रा में केंद्रीय मंत्री, फिल्म स्टार और बड़े सामाजिक चेहरों को शामिल किया जाएगा. केंद्रीय मंत्री शाह ने बुधवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में करीब 4 घंटे लंबी मैराथन बैठक की. यह बैठक देर रात 12:30 बजे तक चली और बैठक में विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति बनाई गई.

बीजेपी ने लिए दो अहम फैसले

बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सबसे अहम दो बड़े फैसले लिए है. पार्टी ने तय किया है कि वह विजय संकल्प अभियान के तहत विजय संकल्प यात्रा निकालेगी. यात्रा सितंबर के पहले सप्ताह से शुरू होगी जो 2 महीने तक लगातार पूरे प्रदेश में चलेगी. इस बार एक नहीं बल्कि 6 यात्राएं अलग-अलग अंचलों से निकलेगी. यह यात्रा मालवा-निमाड़, ग्वालियर- चंबल, विंध्य, महाकौशल, बुंदेलखंड और मध्य क्षेत्र से निकलेगी. यात्रा को अपने क्षेत्र का क्षत्रप नेता लीड करेगा.

बैठक में मौजूद रही टॉप लीडरशिप

बैठक में मप्र चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव, सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और कोर ग्रुप की टीम मौजूद थी.

भाजपा ने समितियों के प्रभारी तय किए

शाह की मौजूदगी में प्रदेश में चुनाव के लिए टिकट बांटने वाली प्रदेश चुनाव समिति के नामों को अंतिम रूप दिया गया. इसके अलावा चुनाव का कामकाज संभालने वाली 15 समितियां और उनके प्रभारी तय किए गए. शाह पार्टी की बैठक के बाद भोपाल में ही रात में रुके और गुरुवार को सुबह 11 बजे भोपाल से दिल्ली के लिए रवाना हो गए.