जयपुर । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती शुभ्रा सिंह ने स्वास्थ्य भवन में मौसमी बीमारियों की स्थिति की समीक्षा की। बैठक में चिकित्सा विशेषज्ञों ने बताया कि जांच, उपचार एवं रोकथाम की प्रभावी रणनीति के कारण इस वर्ष मौसमी बीमारियों का प्रसार विगत वर्षों की तुलना में कम रहा है। मौसमी बीमारियों के मामलों में पॉजिटिविटी दर भी पिछले साल की तुलना में कम रही है। चिकित्सा विशेषज्ञों ने बताया कि विगत वर्ष अक्टूबर माह में सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज में डेंगू के पॉजिटिव मामलों की दर 15 प्रतिशत थी, जो इस वर्ष करीब 9 प्रतिशत रही है। इसी प्रकार मलेरिया एवं अन्य मौसमी बीमारियों का प्रसार भी कम रहा है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग सहित अन्य संबंधित विभाग आगे भी इसी तरह पूर्ण समन्वय और प्रो-एक्टिव एप्रोच से काम कर मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यह अच्छा संकेत है कि मलेरिया, डेंगू आदि मौसमी बीमारियों के मामलों में अब गिरावट आ रही है और चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार इसके केस निरन्तर कम होना संभावित है।  श्रीमती सिंह ने निर्देश दिए कि डेंगू, मलेरिया आदि मौसमी बीमारियों के रोगियों के उपचार के लिए सीएचसी एवं पीएचसी स्तर तक उपचार के माकूल इंतजाम हों। हर रोगी को अस्पतालों में समुचित उपचार सुगमतापूर्वक सुलभ हो। उन्होंने कहा कि एंटीलार्वा, सोर्स रिडक्शन, डीडीटी स्प्रे एवं फोगिंग आदि गतिविधियां नियमित रूप से की जाएं। जिन क्षेत्रों में पॉजिटिव केस सामने आएं वहां यह गतिविधियां प्राथमिकता के आधार पर सघनता से चलाई जाएं। उन्होंने जागरूकता के लिए आईईसी गतिविधियां जारी रखने पर भी बल दिया।सोर्स रिडक्शन के लिए चलाएं विशेष अभियान— अतिरिक्त मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि डेंगू एवं मलेरिया से बचाव के लिए पानी का जमाव वाले स्थानों पर सोर्स रिडक्शन करने हेतु विशेष अभियान चलाया जाए और लोगों को इस संबंध में जागरूक किया जाए।