हैदराबाद । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को तेलंगाना के गडवाल और जोगुलाम्बा में दो चुनावी रैलियां कीं। शाह ने कहा कि अगर तेलंगाना में भाजपा की सरकार आती है तो राज्य में मुस्लिम आरक्षण खत्म किया जाएगा। ओबीसी और एसएसी-एसटी का कोटा और बढ़ाया जाएगा।
शाह ने राज्य के मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति के मुखिया केसीबार पर तंज कसते हुए कहा- इनकी पार्टी बीआरएस का मतलब भ्रष्टाचार रिश्वत समिति है। इसका मतलब भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी है। शाह ने कहा- मैं आप सभी से अपील करता हूं, तेलंगाना को 2जी, 3जी और 4जी पार्टियों से मुक्त करें और नरेंद्र मोदी को मौका दें। 2जी का मतलब मुख्यमंत्री केसीआर और उनके मंत्री बेटे केटीआर हैं, जो दो पीढिय़ों से सरकार चला रहे हैं। एआईएमआईएम 3जी पार्टी है। कांग्रेस 4जी पार्टी है। पहले जवाहरलाल नेहरू थे, फिर इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और अब राहुल गांधी।
शाह ने कहा कि आगामी चुनाव तेलंगाना का भविष्य तय करेगा। यह आपको तय करना है कि आप पीएम मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार बनाना चाहते हैं या ्यष्टक्र के झूठ की सरकार। केसीआर सरकार ने झूठ बोलने में विश्व रिकॉर्ड बनाया है। गुरुमुगोंडा पुल को पूरा करने का वादा पूरा नहीं किया गया। पालामुडा सिंचाई योजना को पूरा नहीं किया गया। 300 बिस्तरों वाले मेडिकल कॉलेज का वादा किया गया था। कृष्णा नदी पर पुल नहीं बना। कोई वादा आज तक पूरा नहीं हुआ।
शाह ने रैली के दौरान कहा कि अगर भाजपा की सरकार बनती है तो हमारा मुख्यमंत्री पिछड़े वर्ग से होगा। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी घोषणा की है। कांग्रेस और केसीआर दोनों पार्टियों ने टिकट देने में पिछड़े वर्ग के साथ अन्याय किया। भाजपा ने सबसे ज्यादा टिकट पिछड़े वर्ग को दिए हैं। मोदी जी के मंत्रिमंडल में पिछड़े वर्ग से 27 मंत्री हैं। मोदी जी ने ओबीसी आयोग को संवैधानिक मान्यता देने का काम किया है। कांग्रेस और टीआरएस दोनों ने पिछड़े वर्गों को धोखा दिया है। केसीआर ने तेलंगाना के युवाओं को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है।