जयपुर । जयपुर पुलिस द्वारा शहर में रहने वाले तमाम किराएदारों और दुकान व मकान में काम करने वाले नौकरों का बड़ा डाटाबेस तैयार किया जा रहा है नौकरों और किराएदारों का वेरिफिकेशन करने के लिए जयपुर पुलिस द्वारा तकरीबन डेढ़ माह पहले नजर एप लॉन्च की गई और एप के जरिए ही तमाम थाना इलाकों में वेरिफिकेशन का काम लगातार जारी है।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि जयपुर वासियों को एक सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए नजर एप लॉन्च की गई शहर में ऐसी कई वारदातें घटित हो चुकी है जिसमें नौकर या किराएदार बड़ी आपराधिक वारदात को अंजाम देते हैं.पूर्व में घटित वारदातों से सबक लेते हुए जयपुर पुलिस व्यापक स्तर पर तमाम किरायेदारों और नौकरों का डिजिटल डाटाबेस तैयार कर रही है. ताकि कोई भी अपराध करने से पहले उक्त व्यक्ति को यह ज्ञात रहे कि उसकी सारी जानकारी पहले से ही पुलिस के पास मौजूद है ऐसा करने से अपराध की प्रवृत्ति भी घटती है और लोगों की गतिविधियों पर भी निगरानी रखी जा सकती है. जयपुर पुलिस डेढ़ महीने में 15000 से अधिक लोगों का वेरीफिकेशन एप के जरिए कर चुकी . चुनाव की तमाम तैयारियों के साथ वेरिफिकेशन का काम भी तेजी से जारी है।