जयपुर । राजस्थान में 25 नवंबर शनिवार को मतदान होना है। सूबे में चुनाव प्रचार का शोर थम चुका है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार बदलने वाला रिवाज बदलने का विश्वास जता रहे हैं, केरल में 70 साल पुराना रिवाज बदल सकता है, तब राजस्थान में 30 साल ही होने की बात कह रहे हैं। वहीं, विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता सरकार बदलने का दावा कर रहे हैं। 
वहीं कांग्रेस और बीजेपी, दोनों ही दलों ने मतदाताओं को लुभाने के लिए अपने पिटारे से वादों और गांरटियों की झड़ी लगा दी। दोनों ही दलों ने मतदाताओं के लिए जमकर लुभावनी घोषणाएं की हैं। बीजेपी को अपने साइलेंट वोट के साथ ही किसान, छात्र, युवा और महिलाओं की सुरक्षा से जुड़ी घोषणाओं के सहारे सत्ता परिवर्तन का इतिहास कायम रखने का भरोसा है। वहीं, कांग्रेस को गहलोत सरकार की ओर से चल रही योजनाओं और घोषणा पत्र में हर वर्ग के लिए दी गई गारंटियों के सहारे रिवाज बदलने की उम्मीद है। 
जहां कांग्रेस के घोषणा पत्र में हर वर्ग के लिए कुछ न कुछ है। वहीं बीजेपी के संकल्प पत्र में महिला, युवा, किसान और गरीब को फोकस कर वादे किए गए हैं।  कांग्रेस ने गहलोत सरकार की फ्लैगशिप स्कीम चिरंजीवी योजना के तहत हेल्थ इंश्योरेंस का कवर 25 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रुपये करने का वादा किया है। सीएम गहलोत और कांग्रेस नेतृत्व को योजना पर बहुत भरोसा है। कांग्रेस की नजर इस योजना के लाभार्थियों पर है ही, एक बड़े वर्ग को इसके जरिए अपने पाले में लाने का विश्वास भी सत्ताधारी दल को है।