राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के मामले की जांच राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी यानी एनआईए को दी जा रही है। राजस्थान सरकार ने इस बारे में एनआईए को पत्र भेज दिया है। कार्यवाहक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हस्ताक्षर से प्रस्ताव भेजा गया है। दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए गहलोत ने इसकी पुष्टि की है।

शनिवार को समीक्षा बैठक के लिए दिल्ली पहुंचे कार्यवाहक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, 'सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या हुई है। एनआईए जांच के लिए केंद्र सरकार को मुझे लिखकर भेजना पड़ा। एनआईए जांच का लेटर मेरे साइन के बाद भेजा गया है, जबकि यह काम नए मुख्यमंत्री का था। भाजपा छह दिन में नया मुख्यमंत्री नहीं तय कर पाई है, यही काम अगर कांग्रेस ने किया होता तो ये लोग बहुत चिल्लाते।'

उन्होंने बताया कि लेटर में कहा गया है कि इस मर्डर की जांच एनआईए से होनी चाहिए, हमें ऑब्जेक्शन नहीं है। राज्यपाल ने मुझे कार्यवाहक सीएम बना रखा है, जब तक नया सीएम शपथ नहीं ले लेता, मुझे कार्रवाई करनी पड़ेगी। मैं चाहता हूं जल्दी इसका फैसला हो।

राष्ट्रीय सुरक्षा का विषय

राजस्थान सरकार के गृह विभाग की ओर से गए भेजे गए प्रस्ताव में कहा गया है कि इस मामले के जो मुख्य आरोपी या मास्टरमाइंड हैं, कई राज्यों में सक्रिय हैं। ऐसे में यह राष्ट्रीय सुरक्षा का विषय बन जाता है और इसलिए इसकी जांच राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी को करनी चाहिए।

गौरतलब है कि इस हत्याकांड की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े रोहित गोदारा ने ली है, जो एक इंटर स्टेट गैंग है। राजपूत समाज की ओर से भी यही मांग सरकार से की गई थी।