छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के पद को लेकर संशय रविवार को खत्म हो जाएगा। भारतीय जनता पार्टी के नव निर्वाचित विधायकों की बैठक 10 दिसंबर रविवार को दोपहर 12 बजे होगी। भाजपा के प्रदेश मुख्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में होने जा रही इस बैठक में भाजपा विधायक दल के नेता का चयन होगा। बैठक के लिए पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री द्वय अर्जुन मुंडा व सर्वानंद सोनोवाल और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम उपस्थित रहेंगे।

सभी नेता सुबह तक रायपुर पहुंच जाएंगे। बैठक में नवनिर्वाचित प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, केंद्रीय मंत्री व चुनाव सह प्रभारी डॉ मनसुख मांडविया, भाजपा संगठन सह प्रभारी नितिन नबीन, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह भी उपस्थित रहेंगे।

चलेगा ओबीसी या आदिवासी का फार्मूला

पार्टी सूत्रों के अनुसार प्रदेश में मुख्यमंत्री के प्रमुख दावेदारों में अगर पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह के चेहरे पर सहमति नहीं बनी तो प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग(ओबीसी) और आदिवासी मुख्यमंत्री के फॉर्मूले पर पार्टी विचार कर सकती है।

ओबीसी से बड़ा चेहरा के रूप में अरुण साव व ओपी चौधरी और आदिवासी मुख्यमंत्री के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णुदेव साय और रेणुका सिंह के नाम पर मुहर लग सकती है। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 54 सीटों पर ऐतिहासिक जीत दर्ज कर प्रचंड बहुमत हासिल किया है और कांग्रेस 34 सीटों पर सिमट गई है वहीं एक सीट गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के खाते में पहुंची है।

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ

छत्तीसगढ़ में भाजपा विधायक दल की बैठक रविवार को होगी। इसके पहले बैठक में शामिल होने रायपुर पहुंचे प्रदेश प्रभारी ओम माथुर और सह प्रभारी नितिन नबीन रायपुर पहुंचे। एयरपोर्ट पर माथुर ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि निश्चित रूप से पर्यवेक्षक हमारे आ रहे हैं। पर्यवेक्षक क्या निर्णय करते हैं उसी का इंतजार है।

भाजपा का सर्वश्रेष्ठ कार्यकर्ता छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बनेगा और चौंकाने वाला नाम सामने आएगा। भूपेश बघेल के कौन बनेगा मुख्यमंत्री के बयान पर माथुर ने कहा कि वह अपनी चिंता करें। आपस में उनकी कुछ दिनों से खींचतान चल रही है। वे उस बात की चिंता करें। माथुर ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो जाएगा।