अयोध्या । अयोध्या में 70 एकड़ क्षेत्र के 30 प्रतिशत भाग पर ही मंदिर निर्माण हुआ है। बाकी जमीन पर हरियाली है, जहां प्राचीन वृक्ष होंगे। सुप्रीम कोर्ट निर्देशानुसार 70 एकड़ के नॉर्दन पार्ट में मंदिर बनाया जा रहा है। ग्राउंड फ्लोर बनकर तैयार है, फर्स्ट फ्लोर पर काम चल रहा, जबकि, सेकंड फ्लोर पर काम जारी है।
श्रीराम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बुधवार को पत्रकारों को राम मंदिर निर्माण कार्य के प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंदिर के चारांे तरफ दीवार बनाई जा रही। उन्होंने बताया कि परोकटा का कॉन्सेप्ट केवल तमिलनाडु और केरल में है। राम मंदिर में 14 फीट चौड़ी है। अपर लेवल पर परिक्रमा मार्ग बनाया जा रहा है। परोकटा के एक कोने पर सूर्य मंदिर होगा। दूसरे पर शंकर जी का। तीसरे पर भगवती का मंदिर और चौथे पर गणेश जी और दक्षिणी भुजा पर हनुमान जी का मंदिर होगा। इसे पंचायत कहा जाएगा। परकोटे के निर्माण में करीब छह माह और लगेगा। बुजुर्गों दिव्यांगों के लिए परकोटे में ही लिफ्ट बनेगी। 2024 के अंत तक यहां सात मंदिर और बनेंगे। महर्षि वाल्मीकि, वशिष्ठ विश्वामित्र, अगस्त्य केवट, निषादराज का मंदिर भी बनेगा, शबरी का मंदिर बनेगा और अहिल्या का मंदिर बनेगा। यानी दो नारियों का मंदिर बनेगा। 
उन्होंने बताया कि मंदिर में करीब 25 हजार यात्रियों के सामान रखने का लॉकर होगा। परिसर में ही चिकित्सालय बनेगा। दो सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनेंगे। 33 किलोवाट के डायरेक्ट लाइन मंदिर के लिए ली गई। फायर ब्रिगेड को पानी इसी कैंपस से मिलेगा। उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य तेजी से चल रही है। मौजूदा समय में 100 तरह की मशीन कार्य कर रही। उन्होंने बताया कि उत्तर भारत में 200 साल से ऐसी रचना नहीं हुई। उन्होंने बताया कि सोइल टेस्टिंग के बाद पता चला कि मिट्टी बलुई और भुरभुरी है। आईआईटी के कई तकनीशियनों की मदद से 40 मीटर नीचे तक खुदाई की गई। दो लाख क्यूबिक मीटर मिट्टी हटाई गई। पानी से बचाव के लिए जमीन से 21 फीट ऊंचाई तक ग्रेनाइट लगाया गया है। मंदिर के फ्लोर में सफेद मकराना मार्बल इस्तेमाल हुआ। जबकि गर्भगृह में सफेद मकराना मार्बल यूज किया गया।
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि मंदिर में पांच वर्ष की आयु के राम की स्थापना की जाएगी। इसके लिए ललाट तक खड़ी तीन मूर्ति तैयार हो रही हैं, जो अच्छी होगी उसमे से एक सेलेक्ट किया जाएगा। 16 जनवरी से 22 जनवरी तक प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन होगा। उन्होंने दोहराया कि पीएम मोदी, मोहन भागवत, राज्यपाल, सीएम योगी, नृत्यगोपाल दास सहित प्रत्येक परंपरा से करीब 4000 संतो को बुलाया गया है। इसके अलावा वनवासी घुमंतु संत आयेंगे। खेल जगत पद्मश्री, बलिदानी परिवार,औद्योगिक जगत के लोग प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे। प्राण प्रतिष्ठा के बाद 48 दिन तक मंडल पूजन होगा।