लखनऊ । बसपा सुप्रीमों मायावती ने सलाह दी है ‎कि महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी और पिछड़ेपन पर सरकार ध्यान दें। बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि केंद्र व राज्य की सरकारें, दोनों महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी और पिछड़ेपन जैसी बुनियादी समस्याओं पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रही हैं। मायावती ने सोमवार को देश और प्रदेशवासियों को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इज्जत की रोजी-रोटी के लिए सरकार को केवल रोजगार की गारंटी सुनिश्चित करनी होगी। सरकार संकीर्ण राजनीतिक स्वार्थ को साध रही है, जिससे मुक्ति पाए बिना वास्तविक देशहित कैसे संभव है। मायावती ने कहा कि देश की जनता को इस चुनावी साल में इसके प्रति जरूर गंभीर होना चाहिए, वरना भाजपा की संघ तुष्टीकरण की नीतियों तथा इनका संकीर्ण राष्ट्रवाद देश के बहुजनों के आरक्षण को निष्क्रिय व निष्प्रभावी बना देगा। साथ ही, जातीय जनगणना आदि के भूल सुधार के प्रयास का विरोध करके इनकी तरक्की नहीं होने देगा। 
मायावती ने कहा ‎कि पहले कांग्रेस और अब भाजपा की जातिवादी, अहंकारी व गैर-समावेशी सरकार के दुष्प्रभाव से गरीबों का विकास लगातार बाधित है। अब बसपा की सर्वजन हितैषी सरकार जरूरी है। बसपा मुखिया ने कहा कि लोगों की जेब में खर्च के लिए पैसे न हों, तो देश के विकास का ढिंढोरा किस काम का है। बेरोजगारों की फौज के साथ विकसित भारत कैसे संभव है। केंद्र की सरकार हो या राज्य की सरकारें, दोनों महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी और पिछड़ापन जैसी बुनियादी समस्याओं पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रही हैं। लोगों का ध्यान बांटने के लिए गारंटी वितरण में ही लगी हैं, जो समाधान कम और छलावा ज्यादा है।