नई दिल्ली । देश की मजबूत आर्थिक बुनियाद को लेकर आशान्वित विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने जनवरी के पहले सप्ताह में शेयर बाजारों में लगभग 4,800 करोड़ रुपये का ‎निवेश ‎किया है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन अवधि में एफपीआई ने ऋण या बांड बाजार में भी 4,000 करोड़ रुपये डाले हैं। बाजार ‎विशेषज्ञों ने कहा है ‎कि वर्ष 2024 में अमेरिका में ब्याज दरों में लंबे समय तक गिरावट की उम्मीद है, जिससे एफपीआई अपनी खरीदारी बढ़ा सकते हैं। ‎विशेषकर आम चुनावों से पहले नए साल के शुरुआती महीनों में उनका निवेश बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा 2024 में ऋण बाजार में भी एफपीआई का प्रवाह अच्छा रह सकता है। आंकड़ों के मुताबिक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने इस महीने पांच जनवरी तक भारतीय शेयरों में 4,773 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इससे पहले दिसंबर में उन्होंने शेयर बाजार में 66,134 करोड़ रुपये और नवंबर में 9,000 करोड़ रुपये ‎‎‎निवेश ‎किया ‎था। उन्होंने कहा ‎कि भारत के घरेलू निवेशकों का निरंतर प्रवाह, चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के अच्छे सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े, कंपनियों के मजबूत तिमाही नतीजे और बैंकों की अच्छी सेहत विदेशी निवेशकों को भारतीय बाजार की तरफ आकर्षित कर रही है। कुल मिलाकर बीते साल 2023 में एफपीआई ने भारतीय बाजारों में 2.4 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है। इसमें से 1.71 लाख करोड़ रुपये का निवेश शेयरों में 68,663 करोड़ रुपये का ऋण या बांड बाजार में रहा है।