“प्रबिसि नगर कीजे सब काजा, हृदयं राखि कौसलपुर राजा ” हृदय में प्रभु राम की भक्ति और अयोध्या का राममय का वातावरण राम भक्तों को मोहित कर रहा है. प्रभु राम के स्वागत के लिए पूरी नगरी को सजा दिया गया है. जगह-जगह पर रामायण कालीन दृश्य बनाए गए हैं. तो चौक-चौराहों पर प्रभु राम के स्वागत में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है.

22 जनवरी को रामलला अपने भव्य महल में विराजमान होकर 23 जनवरी से राम भक्तों को दिव्य दर्शन देंगे. प्रभु राम के विराजमान होने को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. त्रेता युग की तरह कल युग में भी अयोध्यावासी अपने राम के स्वागत के लिए तैयार है. अयोध्या को किसी दुल्हन की तरह सजाया गया है.

चौक-चौराहों पर लगी भगवान राम की तस्वीर
प्रभु राम के स्वागत के लिए अयोध्या को फूलों से दुल्हन की सजाया गया है. 100-100 मीटर दूरी पर प्रभु राम और पवन पुत्र हनुमान की तस्वीर बनाई गई है. मानो ऐसा लग रहा है कि जैसे प्रभु राम के स्वागत में रास्ते भी भक्तिमय हो गए हैं. पूरी अयोध्या भक्ति के भवसागर में डूबी नजर आ रही है. इतना ही नहीं त्रेता युग में जिस प्रकार अयोध्या वासियों ने प्रभु राम का स्वागत किया था. ठीक वैसा ही स्वागत प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या में देखने को मिल रहा है. अयोध्या की सड़कें, चौक-चौराहें, मठ-मंदिर सब राम की भक्ति में लीन नजर आ रहे हैं.

हर तरफ दिख रहा त्रेता का नजारा
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास बताते हैं कि राम भक्तों का जो 500 वर्ष का लंबा संघर्ष रहा है वह अब साकार हो रहा है. प्रदेश की योगी और केंद्र की मोदी सरकार की देन है कि आज अयोध्या का भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो गया और 22 तारीख वह दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगा. जब प्रभु राम अपने भव्य महल में विराजमान होकर राम भक्तों को दिव्य दर्शन देंगे. प्रभु राम के स्वागत के लिए पूरी अयोध्या को त्रेता युग की तरह सजाया गया है. हम सरकार का धन्यवाद देते हैं की इतना जल्दी किसी ने सपने में नहीं सोचा होगा कि प्रभु राम अपने धाम विराजमान होंगे. हम साधु-संत उत्साहित हैं अपने राम के स्वागत के लिए तैयार है.