इंदौर ।   हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुई भीषण आगजनी की दुर्घटना के बाद इंदौर जिले में कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देशन में सुरक्षा संबंधी सभी उपाय सुनिश्चित कराए जा रहे हैं। आशीष सिंह ने इंदौर के सभी एसडीएम को निर्देश दिए हैं कि वे अपने क्षेत्र में पटाखा फैक्ट्रियों और गोदामों का निरीक्षण करें। निर्देश दिए गए हैं कि पटाखा फैक्ट्रियों और गोदामों में सुरक्षा संबंधी सभी उपाय सुनिश्चित होने चाहिए। कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए हैं कि इन पटाखा  फैक्ट्रियों और गोदामों की वैधानिकता भी सुनिश्चित होनी चाहिए।  इसी क्रम में इंदौर जिले के एसडीएम एवं तहसीलदारों द्वारा निरीक्षण की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है। आज राऊ क्षेत्र में एसडीएम राकेश परमार एवं उनके साथी अधिकारी तथा पुलिस प्रशासन ने अपने क्षेत्र का भ्रमण कर पटाखा फैक्ट्री एवं गोदाम का निरीक्षण किया। अधिकारियों द्वारा राऊ के बापू कृपा फायर वर्क्स का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में सुरक्षा मानकों की पूर्ति नहीं पाए जाने पर मौके पर ही फैक्ट्री को सील करने की कार्यवाही की गई। जिले के अन्य क्षेत्रों पर भी निरीक्षण की कार्यवाही की जा रही है।

महू क्षेत्र में चार पटाखा गोदामों को किया गया सील

एसडीएम महू विनोद राठौर द्वारा पुलिस अधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से महू क्षेत्र के विभिन्न पटाखा गोदामों की सघन जांच की गई। सब डिवीजन महू में पटाखा के गोडाउंस और उनकी दुकानों की जांच में सुरक्षा के सभी उपकरणों, पानी, रेती, वेंटिलेशन आदि व्यवस्था एवं लाइसेंस की शर्तों, क्षमता के अनुसार स्टॉक का मिलान आदि बिंदुओं पर जांच की गई। लगभग 15 लाइसेंस धारियों की जांच की गई। जिसमें 4 स्थानों के गोदामों को आगामी कार्यवाही तक सील किया गया है। जिन गोदामों को सील किया गया उनमें रवि फायर वर्क्स सुरेश फेरवानी अम्बाचंदन, फर्म श्याम सुंदर जसवानी अम्बाचंदन, लक्ष्मी फायर वर्क्स इंडस्ट्री प्रो नरेश बालचंदानी दतोदा, लक्ष्मी फायर वर्क्स प्रो. जमनादास बालचंदानी शामिल हैं। इन चारों फर्म्स के सभी लाइसेंस के गोडाउन को सील किया गया है। आगे भी सघन जांच होती रहेगी।