लखनऊ । समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर भ्रष्टाचार को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यूपी में इस समय जितना भ्रष्टाचार है उतना कभी नहीं रहा। थाने और तहसीलों में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में जमीनों की खरीदारी में जमकर भ्रष्टाचार हुआ। ये भ्रष्टाचार सरकार के संरक्षण में हुआ। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर सरकार की नीति जीरो हो गई है। उन्होंने कहा कि सरकार की भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति जीरो हो गई है।
बुधवार को नेता प्रतिपक्ष समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव ने राज्यपाल के अभिभाषण पर विपक्ष की ओर बोलते हुए कहा कि राज्यपाल का सदन में दिया गया अभिभाषण एक सरकारी दस्तावेज है। जो सरकार चाहती है अभिभाषण में वही बातें होती हैं। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट बनाने के लिए किसानों से जमीन ली जा रही है पर उसका सही मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। सरकार चित्रकूट में डिफेंस एक्सपो बनाने जा रही है। लेकिन किसानों को पुराने रेट पर मुआवजा दे रहे हैं। सपा सरकार में चार गुना मुआवजा दिया गया था। उन्होंने सवाल किया कि आखिर किसानों पर खजाना खर्च करने में सरकार को क्या दिक्कत है। अयोध्या में एयरपोर्ट बनाने के लिए ली गई जमीन का मुआवजा नहीं दिया गया। लोगों ने सरयू में खड़े होकर जनेऊ की कसम खाई थी भाजपा को वोट नहीं देंगे।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यूपी सबसे ज्यादा कार्यवाहक डीजीपी बनाने में नंबर एक है। झूठे प्रचार पर खर्च करने में यूपी नंबर एक है। बेरोजगारों पर लाठी चलवाने में नंबर वन है। महिलाओं के खिलाफ अपराधियों को बचाने में यूपी नंबर वन है। यूपी दलितों-पिछड़ों के उत्पीड़न में नंबर वन है। केंद्र व राज्य की टकराहट में नंबर वन है। यूपी आज पीडीए (पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यकों )को प्रताड़ित करने में नंबर वन है। यही सच्चाई है। नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सदन में कहा कि अग्निवीर योजना लागू होने से सर्वाधिक नुकसान यूपी के नौजवानों का हुआ है। पहले फौज में 70 हजार युवाओं की भर्ती होती थी पर अब नहीं होती है। सेना में भर्ती नौजवानों को वेतन, पेंशन और मेडिकल सुविधाएं मिलती थीं। लेकिन अग्निवीर योजना में चार साल की नौकरी के बाद उन्हें निकाल दिया जाएगा। सेना की नौकरी में जाने से पीडीए समाज के लोगों में समृद्धि आती थी। लेकिन अब अग्निवीर योजना से वो सारी सुविधाएं खत्म हो जाएंगी।
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 40 लाख करोड़ के एमओयू साइन करने की बात कही जाती है। कहा जाता है कि इससे एक करोड़ लोगों को रोजगार मिलेगा। जो उद्योगपति यहां आते हैं। वहीं दूसरे प्रदेशों में जाकर कहते हैं कि सबसे पहले दूसरे प्रदेशों में निवेश करेंगे। उन्होंने सवाल किया कि सरकार उद्योगपतियों को इंसेंटिव क्यों नहीं दे पा रही है ? अभी कहा गया है कि तमिलनाडु मेक इन इंडिया में सबसे आगे है। यूपी मेक इन इंडिया में सबसे आगे क्यों नहीं है? उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल है। सब कुछ प्राइवेट किया जा रहा है। प्रदेश के मेडिकल कॉलेज मानक के अनुसार नहीं चल रहे हैं। वहां पर नियुक्तियां पूरी नहीं हुई हैं। प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पर कटाक्ष करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि अब लोग 112 पर कॉल करने से डरते हैं कि उनसे वसूली की जाएगी। उन्होंने कहा कि सपा सरकार के सबसे तेज रिस्पांस सिस्टम को बर्बाद कर दिया गया। महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। प्रदेश में लॉ अलग है ऑर्डर अलग है। उन्होंने सरकार से पूछा कि सरकार महंगाई को कम करने के लिए क्या कर रही है? महंगाई बढ़ रही है। खाने-पीने के दामों में बढ़त हुई है। लोगों के पास रोजगार हैं नहीं। नौकरियां मिल नहीं रही हैं और सरकार वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी का सपना दिखा रही है।