जयपुर । टोंक जिले के पलाड़ा, डोडवारी, मूण्डियां, साईदाबाद और मंडावर में बजरी खनन लीज धारकों के बजरी स्टॉक अनियमितता औरं अंतर पाने पर करोड़ों रुपए के सरकारी राजस्व का नुकसान पाया है। माइंस विभाग द्वारा इस पर कार्यवाही करते हुए खननकर्ताओं पर 17 करोड़ 17 लाख 65 हजार 45 रु. की शास्ती जमा कराने के नोटिस जारी किए हैं।
राज्य सरकार द्वारा 15 जनवरी से 31 जनवरी तक अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ चलाये गये राज्यव्यापी अभियान के दौरान विभाग द्वारा कराई जांच और मौके पर उपलब्ध स्टॉक में अंतर पाये जाने पर टोंक के सहायक खनि अभियंता द्वारा नियमानुसार शास्ती लगाते हुए राशि जमा कराने के नोटिस जारी किये गये हैं। विभाग द्वारा बजरी के मौके पर उपलब्ध बजरी के स्टॉक की 1.62 टन प्रति घनमीटर के अनुसार गणना की गई है।टोंक के मण्डावर में विभाग द्वारा 510694.63 टन बजरी का स्टॉक आंका गया जबकि संबंधित द्वारा 370114 टन स्टॉक ही दर्शाया गया। इस प्रकार 1,40,580.93 टन अधिक स्टॉक पाया गया। इस पर नियमानुसार 7 करोड़ 02 लाख 90 हजार 315 रु. की शास्ति लगाई गई है। इसी तरह से डोडवाडी में 238583.84 टन बजरी का स्टॉक आंका गया जबकि संबंधित द्वारा 246893 टन ही स्टॉक में दर्शाया गया। इस प्रकार 8309.16 टन स्टॉक कम पाया गया। इस पर नियमानुसार 41 लाख 54 हजार 580 रु. की शास्ती लगाई गई है। टोंक के ही मुण्डिया में 422560.26 टन स्टॉक आंका गया जबकि संबंधित द्वारा 528906 टन स्टॉक पोर्टल पर दर्शाया हुआ था। इस प्रकार 1,06,345.74 टन स्टॉक मौके पर कम पाया गया। इस पर 5 करोड़ 31 लाख 72 हजार 870 रु. की शास्ती लगाई गई है। इस तरह से इन तीन स्थानों की कंपाउंड राशि सहित 12 करोड़ 76 लाख 77 हजार 765 रुपए की शास्ती लगाते हुए नोटिस दिया गया है।