भोपाल। राजधानी भोपाल के कोहेफिजा थाना इलाके में प्रैमी द्वारा अपनी महिला प्रैमिका नर्स की हत्या के मामले में गिरफतार आरोपी को पुलिस जेल भेजने की तैयारी मे है। मृतका के परिजनो के केरल से राजधानी आने पर शव को पीएम के बाद उन्हें सौंप दिया गया वहीं मृतका के साथ रह रहे 11 साल के बेटे को उसका पति अपने साथ ले गया। थाना पुलिस के अनुसार गायत्री बिहार कॉलोनी बागसेवनिया में किराए से रहने वाली 37 वर्षीय माया टीएम (37) पत्नी सुंदरम व्यंकाटेश्वर सेज अपोलो अस्पताल में बतौर नर्स काम करती थी। माया का पति राजू सुन्दरम केरला मे रहता था, उसका कभी कभार ही भोपाल आना-जाना होता था। माया का एक 11 साल का बेटा भी है। इससे पहले माया लाल घाटी के तृप्ती अस्पताल में नौकरी करती थी। उस समय उसकी वहीं काम करने वाले दीपक कटियार पिता शिवकान्त कटियार (31) निवासी विजय नगर लालघाटी कोहेफिजा भोपाल से दोस्ती हो गई थी। जल्द ही उनके बीच नजदीकियां बढ़ गई। बाद में माया अपने 12 साल के बेटे नादान के साथ बाग सेवनिया में किराए से रहने लगी थी। 4 अप्रैल को दीपक कटियार ने माया टीएम को संदिंग्ध परिस्थियों मे इलाज के लिये अपोलो सेज अस्पताल लेकर पहुंचा था। शुरुआती चेकअप में ही उसकी मौत की पृष्टि होने पर अस्पताल ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मृतका माया दीपक के घर कब और कैसे पहुंची इसकी जॉच करने पर पता चला कि पूर्व मे तृप्ति अस्पताल मे एक साथ काम करने के दौरान दीपक और मृतिका माया एक दूसरे के काफी नजदीक आ गये थे। और उनका एक दुसरे घर काफी समय आना-जाना रहता था, लेकिन एक साल पहले दीपक की अप्रैल 2023 में शादी हो जाने के कारण उन दोनो के बीच विवाद होने लगे थे। माया की शार्ट पीएम रिपोर्ट मे उसकी मौत का कारण डॉक्टर द्वारा मौत का कारण गला घोंटना बताया गया। पीएम, एफएसएल रिर्पौट और घटना की जॉच के बाद पुलिस का शक माया के प्रैमी दीपक कटियार पर गहरा गया। जब पुलिस ने दीपक कटियार सेपूछताछ की तब उसने प्रैमिका की हत्या का राजफाश कर दिया। दीपक ने बताया की माया से उसकी नजदीकियां थी, लेकिन शादी के बाद से उसने माया से दूरियां बनानी शुरू कर दी थी। इस पर माया गुस्सा हो गई और उस पर साथ रहने के लिए दबाव बनाने लगी। इससे वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगा था। दीपक ने पुलिस को बताया कि कुछ दिनों से माया ने उसे धमकी देती थी कि यदि उसने उसका कहना नहीं माना तो वह उसकी पत्नी को सब दोनो के संबधो के बारे में सब कुछ बता देगी। दीपक को डर था की माया की हरकतो के कारण उसके अवैध संबधो का राज खुल सकता है, इस कारण उसने माया टीएम की हत्या की साजिश बना डाली। दीपक ने माया को रास्ते से हटाने का प्लान बनाते हुए 3 मार्च की दोपहर बहला फुसलाकर विजय नगर वाले घर पर बुलाया औऱ वहॉ उसके साथ शारीरिक सबंध बनाये और फिर माया टीएम का हाथ से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद दीपक ने माया की लाश का 3-4 घंटो तक घर मे ही रखकर इंतजार किया और रात करीब 1 से डेढ़ बजे सुदिती अस्पताल और बाद में अपोलो अस्पताल से संपर्क कर उसे इलाज के बहाने अस्पताल ले गया। हॉस्पिटल में दीपक ने माया को अपनी पत्नि बताते हुए अचानक चक्कर आकर बेहोश होने की बात कही थी।