भोपाल : एमपी बोर्ड एग्जाम में शानदार प्रदर्शन करने वाले स्टूडेंट्स का इंतजार खत्म होने जा रहा है. मोहन यादव सरकार इन प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को स्कूटी, लैपटॉप और साइकिल देने जा रही है. राज्य सरकार ने इसकी तारीख तय कर दी है. 4 जुलाई को मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के पात्र छात्र-छात्राओं को सौगातें मिलेंगी. इसके लिए सूची को पोर्टल पर अपडेट किया जा रहा है. इस योजना के तहत प्रदेश के 4 लाख 41 हजार 832 बच्चों को स्कूटी, लैपटॉप और साइकिल दी जाएगी.

पहले 1 रुपए की राशि पहुंचेगी अकाउंट में

मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के तहत राज्य सरकार हर साल परीक्षा में 75 फीसदी से ज्यादा अंक हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं को साइकिल, स्कूटी और लैपटॉप देती है. इस बार राज्य सरकार ऐसे सभी बच्चों को प्रोत्साहित करने जा रही है. इसके लिए राज्य सरकार ने सभी प्रतिभाशाली बच्चों को रिकॉर्ड इकट्ठा कर लिया है. ऐसे सभी बच्चों के नाम, बैंक का नाम, उनका अकाउंट नंबर और आईएफएससी कोड को मंगा लिया गया है. अब इनके अकाउंट को वैरीफाई कियाजा रहा है. इसके लिए जल्द ही सभी बच्चों के अकाउंट में 1 रुपए की राशि भेजकर अकाउंट को वैरीफाई किया जाएगा. इस दौरान यदि किसी बच्चे के अकाउंट में राशि नहीं पहुंचेगी तो उसे फिर से अपडेट किया जाएगा.

कक्षा 12 के स्टूडेंट्स को लैपटॉप और स्कूटी

मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के तहत कक्षा 6 वीं से 9 वीं के बच्चों को साइकिल और कक्षा 12 के छात्र-छात्राओं को लैपटॉप और स्कूटी दी जाती है. बच्चों को साइकिल दिए जाने की शुरुआत साल 2004-25 से हुई थी. शुरुआत में बच्चों को साइकिल खरीदने के लिए उनके अकाउंट में 2400 रुपए की राशि भेजी जाती थी, लेकिन साल 2016-17 में बच्चों को लघु उद्योग निगम से साइकिल खरीदकर बच्चों को दिए जाने की व्यवस्था शुरू हुई.

क्या है मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना

मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के तहत राज्य सरकार हर साल कक्षा 6 वीं और 9 वीं क्लॉस की छात्राओं को साइकिल देगी है। यह साइकिल उन छात्राओं को दी जाती है, जिनके स्कूल की घर से दूरी 2 किलोमीटर और उससे ज्यादा है। ऐसी सभी छात्राओं को यह साइकिल मुफ्त में दी जाती है, ताकि घर से दूरी की वजह से बच्चियां स्कूल जाना न छोड़ें। इस योजना के लिए राज्य सरकार ने 215 करोड़ का बजट रखा है। राज्य सरकार बच्चियों को साइकिल खरीदकर देगी।

किन स्टूडेंट्स को मिलेगा लैपटॉप

राज्य सरकार कक्षा 12 वीं 75 फीसदी से ज्यादा अंक लाने वाले एमपी बोर्ड के छात्र-छात्राओं को लैपटॉप देती है. इसकी शुरुआत साल 2009-10 से की गई थी. योजना के तहत ऐसे सभी छात्र-छात्राओं के अकाउंट में लैपटॉप के लिए 25 हजार रुपए की राशि उनके खातों में डाली जाती है. साल 2023-24 में राज्य सरकार ने ऐसे 90 हजार प्रतिभाशाली स्टूडेंट्स के खातों में लैपटॉप की राशि डाली थी. हालांकि जब योजना शुरू हुई थी, तब 85 फीसदी और उससे ज्यादा अंक लाने वाले बच्चों को इसका लाभ दिया जाता था, लेकिन बाद में इस क्राइटेरिया को 85 फीसदी से घटाकर 75 फीसदी कर दिया गया.

कब मिलेगी बच्चों को स्कूटी

अब राज्य सरकार प्रतिभाशाली बच्चों को लैपटॉप ही नहीं, बल्कि स्कूटी भी दे रही है. 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इसका ऐलान किया था. साल 2023 में इस योजना की शुरूआत की और 2022-23 के 7 हजार 778 स्टूडेंट्स को स्कूटी दी गई थी. स्कूटी उन छात्र-छात्राओं को दी जाती है, जिन्होंने अपने स्कूल में कक्षा 12 वीं में टॉप किया है. यदि कोई को-एड स्कूल है तो उसमें एक छात्र और एक छात्रा दोनों को स्कूटी दी जाती है.

 

 

ई-स्कूटी या पेट्रोल स्कूटी में से कोई एक लेने का विकल्प

बच्चों को ई-स्कूटी या पेट्रोल स्कूटी में से कोई एक लेने का विकल्प होता है. ई-स्कूटी के लिए 1 लाख 25 हजार रुपए और पेट्रोल स्कूटी के लिए 90 हजार रुपए की राशि देती है. मोहन सरकार ने फरवरी 2025 में साल 2023-24 के सत्र के स्टूडेंट्स को लैपटॉप और स्कूटी वितरित की थी.