जयपुर। प्रदेश में गर्मी के मौसम और दस जिलों में नहर बंदी के मद्देनजर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) के सभी फील्ड अधिकारियों को पेयजल प्रबंधन के कार्यों की राउंड द क्लॉक मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी अधिकारियों को पेयजल सप्लाई के समय फील्ड विजिट, टैंकरों के माध्यम से जल परिवहन की पारदर्शिता के साथ पुख्ता व्यवस्था, परियोजनाओं के कार्यों का नियमित निरीक्षण और निर्धारित नॉर्म्स के अनुसार फील्ड में रात्रि विश्राम करने को पाबंद किया गया है। 
अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) सुधांश पंत ने कहा कि जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी द्वारा प्रदेश में पेयजल व्यवस्था से सम्बंधित कार्यों, कंटीजेंसी प्लान और आमजन की शिकायतों के तत्परता से निराकरण के बारे में नियमित रिपोर्ट लेकर समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने मुख्यालय पर रहते हुए जिला प्रशासन के साथ पूर्ण समन्वय से गर्मियों में प्रदेश के सभी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सुचारू पेयजल आपूर्ति के मिशन में जुट जाए। जलदाय मंत्री डॉ. जोशी ने पेयजल व्यवस्था के कार्यों में कहीं से भी किसी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही की शिकायत मिलने पर जिम्मेदार अधिकारियों के विरूद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।   वीसी में अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि जेजेएम एवं विभागीय परियोजनाओं की प्रगति पर नजर रखने के लिए जिलों में जेईएन (कनिष्ठ अभियंता) से लेकर एसई (अधीक्षण अभियंता) और क्षेत्रीय कार्यालयों के प्रभारी एसीई (अतिरिक्त मुख्य अभियंता) के लिए मॉनिटरिंग मैकेनिज्म बनाया हुआ है। गर्मियों के पूरे सीजन में इसी आधार पर सभी अधिकारियों को पेयजल व्यवस्था पर विशेष तौर पर फोकस करना होगा। एसीएस ने कहा कि अधिकारी फील्ड में पूरी तरह एक्टिव रहे, लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता देते हुए उन पर समय पर आवश्यक कार्यवाही करे।