जालोर। जालोर के सुराणा गांव के स्कूल में टीचर की पिटाई से हुई दलित छात्र की मौत के मामले में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार को घेरते हुये कहा कि दलितों के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर राज्य सरकार को बड़ा कदम उठाना चहिए। पायलट ने कहा की मृतक छात्र इंद्र के पिता कह रहे हैं कि परिवार के साथ पुलिस ने गलत व्यवहार किया था। एडीएम पर भी आरोप लगा रहे हैं। इस पर राज्य सरकार को तत्परता से कार्रवाई करनी चाहिए।
  सचिन पायलट ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं पर हमें हमेशा के लिए अंकुश लगाना होगा। क्योंकि इस तरह की घटनाएं जब भी होती हैं तो देश-प्रदेश में दुख की भावना जेहन में आती है। बच्चे को टीचर ने इस तरह मारा कि उसकी मौत हो गई। इससे ज्यादा दुख की बात और क्या होगी? पायलट ने कहा कि दलित समाज को इससे हटकर हमें संदेश देना पड़ेगा। उनके जेहन में विश्वास जगाना होगा कि हम उनके साथ खड़े हैं।
  पायलट ने कहा कि सिर्फ कानून बनाने, नियम बनाने, भाषण देने और कार्रवाई से शायद यह हम पूरा नहीं कर सकें। उन्हें विश्वास दिलाने के लिए हमें कुछ करना पड़ेगा। इस तरह की घटना दोबारा न हो इसे भी सुनिश्चित करना होगा। सुराणा आये पायलट के साथ करीब 200 गाड़ियों का काफिला बताया जा रहा है। इस दौरान उनके साथ वनमंत्री हेमाराम चौधरी समेत तीन विधायक और कांग्रेस पार्टी के कई अन्य नेता भी सुराणा आये थे।
  पायलट से पहले राजस्थान कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सुराणा पहुंचे थे। उनके साथ सार्वजनिक निर्माण कार्य मंत्री भजनलाल जाटव, जालोर के प्रभारी मंत्री अर्जुनराम बामनिया, आपदा प्रबंधन मंत्रालय गोविंदराम मेघवाल, समाज कल्याण एवं बाल अधिकारिता मंत्री ममता भूपेश समेत कई विधायक सुराणा आये। गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। मंगलवार सुबह 9 बजे से मंत्रियों, विधायकों और नेताओं का सुराणा आने का सिलसिला शुरू हो गया था। सुबह सबसे पहले जैसलमेर विधायक रूपाराम मेघवाल पहुंचे थे।