वाराणसी । उत्तर प्रदेश चुनाव के तीसरे दौर से पहले वार-पलटवार का दौर तेज हो गया है। कोई पार्टी किसी पर कटाक्ष करने में पीछे नहीं है। बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच तू-तू-मैं-मैं सबसे ज्यादा देखी जा रही है। बुधवार को समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने यूपी के औरैया में एक जनसभा में बीजेपी पर हमला बोला। केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को जमानत मिलने को लेकर भी अखिलेश ने सत्तारूढ़ पार्टी पर कटाक्ष किया। अखिलेश ने यूपी के औरैया में कहा, किसानों पर जीप चढ़ाने वालों की जमानत कराने वालों की जनता जमानत जब्त कराएगी। अखिलेश यादव ने कहा, जिन्हें कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करना हो वो हमारे साथ ना आएं। हम कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। पहले और दूसरे चरण के मतदान में सपा गठबंधन आगे निकल चुका है। बाकी चरणों में वोट पड़ेंगे तो गर्मी निकालने वालों का धुआं निकल जाएगा। सपा सुप्रीमो ने कहा, अगर प्लास्टिक कारखाने के लिए हमें कोई विशेष सब्सिडी और सहयोग देना पड़ेगा तो वो भी हम बजट से देंगे। ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर बनाएंगे, जिससे पूरे उत्तर प्रदेश और देश में यहीं से प्लास्टिक का सामान जाएगा। खिलेश यादव ने कहा, यह बदहाली को खुशहाली में बदलने का चुनाव है। समय-समय पर युवाओं और किसानों को अपमानित होना पड़ा। इस सरकार में किसी को न्याय नहीं मिला। पिछले 5 साल में किसी को नौकरी मिली हो तो बता दो। 20 फरवरी को 16 जिलों की 59 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा।  इन 59 सीटों में से 30 यानी आधी सीटें ऐसी हैं जो यादव बहुल आबादी वाली हैं। बीजेपी का फोकस यादव बहुल आबादी वाली सीटों को अपने पाले में करना है। पिछले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के गढ़ में बीजेपी ने कमल खिलाने में कामयाब रही थी। 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 59 में से 49 सीटों पर कब्जा किया था। समाजवादी पार्टी के हिस्से 8 सीटें आई थीं। जबकि कांग्रेस और बीएसपी को सिर्फ एक-एक सीट ही मिली थी। बीजेपी पिछले चुनाव के इतिहास को दोहराना चाहती है। तीसरे चरण में करहल सीट पर भी वोटिंग होगी। इस सीट पर अखिलेश यादव का मुकाबला बीजेपी के एसपी सिंह बघेल से हैं जो केंद्र में मंत्री रहते हुए इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।