फिर भी ज़िंदगी हसीन है…
 

दोस्तों आज के लेख की शुरुआत वर्ष 2007 की एक घटना से करता हूँ जब कम्प्यूटर का व्यवसाय बंद करने के बाद मैं मोटिवेशनल स्पीकर बनने के रास्ते पर चल रहा था। लेकिन व्यापार बंद करने के अचानक लिए गए निर्णय ने पहले आर्थिक, फिर व्यवसायिक और अंत में सामाजिक स्तर पर बड़ा नुक़सान पहुँचाया। हालाँकि मैं अपनी ओर से पूरी तरह मेहनत कर रहा था लेकिन परिणाम आशानुरूप नहीं मिल पा रहे थे। इस वजह से मैं कई बार खुद को भावनात्मक और मानसिक स्तर पर भी उलझा हुआ पाता था और कई बार महसूस करता था कि आगे अंधेरा ही अंधेरा है और सुखद और सफल भविष्य बनाने के सभी रास्ते मेरे लिए पूरी तरह बंद हो गए हैं।

अपने सपनों के जीवन, अपनी सफलता को पाने के हर प्रयास में मिली शुरुआती असफलता कई बार सोचने को मजबूर करती थी, ‘क्या मैं सही रास्ते पर भी जा रहा हूँ?’  लेकिन दोस्तों हार ना मानने वाले नज़रिए, परिवार के साथ और सबसे बड़ी चीज़ गुरु के साथ ने कुछ ही वर्षों में जीवन को बिलकुल अलग ही स्तर पर पहुँचा दिया और आज जब पलटकर पीछे देखता हूँ तो ऐसा लगता है जैसे अगर वो परेशानियाँ, दिक्कतें ना आयी होती तो शायद आज मैं जहाँ पहुँच पाया हूँ, वहाँ कभी होता ही नहीं।

दोस्तों, सफलता की राह में आने वाले रोड़े, परेशानियाँ, पारिस्थितिक अवरोध कभी भी हमारा रास्ता नहीं रोकते या उसकी वजह से हमारी सफलता का रास्ता अवरुद्ध नहीं हो जाता बल्कि वे तो हमारी सफलता की यात्रा का हिस्सा होते हैं। बल्कि मेरा तो मानना है कि ईश्वर हमारे रास्ते में अवरोध सिर्फ़ और सिर्फ़ हमें बेहतर बनाने के लिए ही डालता है। जैसे-जैसे हम उन अवरोधों को पार करते जाते हैं हम बेहतर बनकर अपनी सफलता, अपने सपने के नज़दीक पहुँच जाते हैं।

इसलिए दोस्तों, सफलता के रास्ते में मिलने वाली शुरुआती असफलताओं, परेशानियों की वजह से कभी भी अपना रास्ता ना बदलें बल्कि उनका सामना करते हुए उससे आगे निकल जाएँ। याद रखिएगा, जीवन में सफलता या कोई भी मूल्यवान वस्तु आपको सोने की थाली में सजी हुई नहीं मिलने वाली, हमें उसकी क़ीमत चुकानी पड़ेगी। बल्कि यह कहना शायद बेहतर होगा कि सफलता या कोई भी मूल्यवान वस्तु को पाने के लिए हमें खुद को तैयार करना पड़ता है। जैसे अगर आप किसी पहाड़ के शिखर पर पहुँचना चाहते हैं तो आपको रास्ते में मिलने वाली चट्टानों और अन्य बाधाओं को पार करने के लिए खुद को तैयार करना पड़ेगा। अगर उन्हें देखकर हम रास्ते में रुक जाएँ या पलट जाएँ तो शीर्ष पर पहुँचना सिर्फ़ एक सपना ही रहेगा।

जीवन में आने वाली बाधाओं से बचकर ना भागें, ईश्वर ने उन्हें आपके रास्ते में किसी विशेष उद्देश्य की पूर्ति के लिए रखा है। जी हाँ, एक ऐसे उद्देश्य के लिए जो हमें महानता, या हमारे महान लक्ष्य या भाग्य की ओर ले जाता है। हाँ दोस्तों, मैं मानता हूँ यह बाधाएँ कई बार बहुत मुश्किल, कठिन और असम्भव सी लगने वाली हो सकती हैं। लेकिन सोचकर देखिएगा दोस्तों, अगर ज़रूरी नहीं होता तो ईश्वर हमें उस बाधाओं वाले रास्ते पर लेकर ही क्यों जाता?

अगर आप जीवन में सफल होना चाहते हैं, अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं तो आज से अपने और अपनी सफलता के बीच आने वाली बाधाओं से डरना बंद कीजिए। बाधाएँ कितनी मुश्किल या बड़ी है यह देखकर परेशान होने से कुछ नहीं मिलेगा। इसलिए दोस्तों, बाधाओं पर ध्यान केंद्रित करने के स्थान पर उस लक्ष्य पर, उस सफलता, उस ख़ुशी पर ध्यान केंद्रित करें जो आपको बाधा को पार करने के बाद मिलने वाली है। याद रखिएगा, जितनी बड़ी बाधा, उतनी बड़ी सफलता और उतनी बड़ी ख़ुशी आपका इंतज़ार कर रही है।

जी हाँ साथियों कम्प्यूटर का व्यवसाय बंद करने के बाद, मोटिवेशनल स्पीकर बनने की अपनी राह में अगर मैं बाधाओं को देखकर डर कर बैठ गया होता तो आज आपके सामने इस रूप में नहीं होता। इसलिए दोस्तों अब आप जब भी अपनी सफलता की यात्रा में किसी भी बाधा का सामना करें तो उस वक्त रुकने या लौटने के स्थान पर एक बार खुद को याद दिला लीजिएगा कि बाधाएँ कभी भी अंत नहीं होती, बल्कि रास्ते में आया एक ऐसा मोड़ होती है, जहाँ से हमें थोड़ा सा अलग तरीक़े से सोचते हुए आगे बढ़ना है और याद रखना है कि हम अभी तक हारे नहीं हैं। बाधाएँ ही आपका रास्ता है, बाधा पार करें और अपने लक्ष्य को प्राप्त करें

-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर
dreamsachieverspune@gmail.com