जयपुर । कांग्रेस ने अपने कुनबे में सदस्यों की संख्या बढ़ाने के लिए पहले ट्रेनिंग कैम्प का आयोजन किया और उसमें सफलता भी मिली इसके साथ ही अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने डिजिटल सदस्यता अभियान सफल बनाने के लक्ष्य को निर्धारित किया है लक्ष्य में 50 लाख डिजिटल सदस्य  बनाने है और सदस्य बनाने के लिए और सदस्य बनाने के लिए विधायकों को निर्देश दिए गए है कि वे अभियान के प्रति गंभीरता बरते कांग्रेस के कुनबे में सदस्यों की संख्या का इजाफा करें। सदस्य बढ़ाने के लिए कांग्रेस डिटिल अभियान को गति देने में जुट गई है प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने मंत्रियों, विधायकों, जिला अध्यक्षों, पीसीसी पदाधिकारियों से लेकर पंच प्रधान तक को 50 लाख डिजिटल सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया है।  
डिजिटल मेंबरशिप अभियान के तहत कोई भी युवा और व्यक्ति 5 की फीस जमा कर कांग्रेस के डिजिटल मेंबरशिप अभियान एप पर अपनी जानकारी सबमिट कर के कांग्रेस का डिजिटल मेंबर्स बन सकता है। डिजिटल मेंबर बनने वाले व्यक्ति को पार्टी की ओर से डिजिटल कार्ड भी उपलब्ध करवाया जाएगा सभी विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से दो-दो नाम लिये जाकर डिजिटल मेम्बरशिप प्रभारी बनाये जायेंगे प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 7-7 चीफ इनरोलर भी नियुक्त किये जायेंगे  जिनके पास उक्त विधानसभा क्षेत्र के 30 से 40 बूथों का प्रभार होगा राजस्थान के सभी 50062 बूथों पर दो-दो कार्यकर्ता नियुक्त किये जायेंगे डिजिटल माध्यम से अपने बूथों पर 100 व्यक्तियों को कांग्रेस का सदस्य बनायेंगे 200 विधानसभा क्षेत्रों में 400 पर्सन ऑफ कांटेक्ट्स का चयन किया गया है इन्हें डिजिटल मेंबरशिप अभियान का प्रशिक्षण दिया जायेगा प्रशिक्षण लेने वाले पर्सन ऑफ कांटेक्ट को डिजिटल कार्ड और लोगों की डिजिटल मेंबरशिप कराएंगे एक पर्सन ऑफ कॉन्टेंक्ट्स अधिकतम 500 लोगों की डिजिटल मेंबरशिप ही करा सकेगा। पीसीसी चीफ़ डोटासरा ने सभी विधायकों को निर्देश दे दिए है कि समय अवधि के भीतर ही सदस्यता फार्म की बुकलेट प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जमा करा दें, साथ ही डिजिटल मेम्बरशिप हेतु प्रदेश स्तर पर कॉर्डिनेटर के नाम पीसीसी को भेजे हालांकि प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व इस बात से नाराज है कि डिजिटल मेंबरशिप को लेकर हुई पीसीसी अध्यक्ष की पहली वीसी में विधायकों की भागीदारी कम थी जबकि मंत्रियों ने पूरी रुचि दिखाई बहरहाल प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अजय माकन तक पूरी रिपोर्ट जा रही है, समय रहते विधायकों ने डिजिटल सदस्यता अभियान के प्रति गंभीरता नहीं बरती तो पीसीसी अपनी ओर से उनके विधानसभा क्षेत्र में उन्हीं के क्षेत्र से कोऑर्डिनेटर की नियुक्ति कर देगी, पीसीसी के सामने चुनौती है 50 लाख के लक्ष्य को हासिल करने की।