राजगढ़ में भैंसवा माता में पूर्णिमा के अवसर माता की पालकी निकाली गई। बसन्त पंचमी से प्रारम्भ हुए भैंसवा माता मेला जो कि लगातार एक माह तक चलता है। बारवी शकाब्दी से माता बिजासन की यह पालकी निकालने का परंपरा चलती आ रही है। इसके संकेत यह देवास रियासत से प्राप्त ताम्रपत्र के द्वारा की गई नियुक्ति से मिलते है। आस्था, विश्वास से सराबोर माता के भक्तों का यह जनसैलाब का संगम इस अवसर पर देखने को मिला। परम्परा के अनुसार पहाड़ी पर स्थित माता के मुख्य मंदिर से पालकी क्षेत्र में चल समारोह के रूप में निकाली गई। पालकी में रियासत काल से ही किन्नरों का नृत्य आकर्षक का केंद्र रहा। करीब आठ घंटे यह चल समारोह चला रातभर चलने वाले इस भक्ति मय आयोजन में करीब एक लाख से अधिक लोग शामिल हुए।