फिर भी ज़िंदगी हसीन है…


विषम परिस्थितियों या चुनौतियों के दौर में हताशा और निराशा के साथ, नाखुश रहते हुए जीवन काटने से कहीं आसान सफल होना है। अगर आप कुशल और मूल्यवान बन जीवन में हर पल आगे बढ़ना चाहते हैं, तो आपको बेहतर प्रबंधक बनना होगा अर्थात् आपको अपनी प्राथमिकताओं, कौशल, समय आदि का प्रबंधन करना सीखना होगा। एक रिसर्च बताती है कि योग्यता, परिस्थितियाँ और चुनौतियाँ एक जैसी होने के बाद भी जिन लोगों को ज़्यादा सफलता अर्थात् बड़ा पद, ज़्यादा पैसे, बेहतर रिश्ते और लम्बा व स्वस्थ जीवन मिला है, उन्होंने अपने समय का प्रबंधन बहुत अच्छे से किया है। आईए, समय प्रबंधन के अंतिम तीन सूत्र सीखने से पहले हम पिछले तीन दिनों में सीखे 12 सूत्र दोहरा लेते हैं-

1) याद रखें, अगर हमारे पास किसी चीज़ की सबसे ज़्यादा कमी है तो वह है समय 
हम में से किसी को भी पता नहीं है कि जीवन जीने के लिए हमारे पास कितना समय है। इसलिए ईश्वर द्वारा एक दिन के रूप में दिए गए 1440 मिनिट को सर्वोत्तम तरीके से प्रयोग करें।

2) अपने सबसे महत्वपूर्ण कार्य को पहचानें और उसे पहले करें
अपने महत्वपूर्ण कार्य को पहचानकर, प्राथमिकताओं के आधार पर पूरा करना आपको अपने समय का बेहतर उपयोग करने में मदद करता है।

3) अपने कैलेंडर से काम करें न कि ‘टू डू लिस्ट’ से
रोज़ सोचकर सूची अर्थात् ‘टू डू लिस्ट’ बनाकर कार्य करने के स्थान पर जब भी कोई कार्य आपके सामने आए उसे पूरा करने की तारीख़ और समय तय करके मासिक कैलेंडर में लिखना और रोज़ अपने कैलेंडर के अनुसार कार्य पूर्ण करना आपको अपने समय का सदुपयोग कर, उत्पादकता बढ़ाने में मदद करता है।

4) प्रोकास्टिनेशन और शिथिलता को दूर करने के लिए, अपने कार्य ना करने के कारणों को पहले ही दूर करें
जी हाँ दोस्तों, कार्यों को टालने के बहाने पहले ही सोचकर, उससे बचने की कार्य योजना बनाकर कार्य करना आपके समय का पूर्ण उपयोग कर, उत्पादकता बढ़ाता है।

5) करने के लिए हमेशा कुछ और होगा
आप कितने भी घंटे कार्य क्यों ना कर लें, कुछ ना कुछ कार्य पेंडिग रह ही जाता है। इसलिए कार्यों की सूची पूर्ण करने के लिए अतिरिक्त कार्य करना आपकी अन्य प्राथमिकताओं को बिगाड़ देता है, इससे बचें।

6) हमेशा एक नोटबुक रखें
हर बात याद रखने के स्थान पर उसे डायरी में लिखना, आपके मन और दिमाग़ को अतिरिक्त दबाव से बचाकर अन्य कार्यों को पूर्ण करने के लिए अतिरिक्त समय और रचनात्मक अप्रोच देता है। जी हाँ, हमारा मन जानकारी रखने के लिए नहीं बल्कि सर्वोत्तम विचारों को संसाधित करने के लिए है।

7) डिजिटल डिटॉक्स करें 
ऐसा माना जा रहा है कि इंसान अपने औसत जीवन अथवा उम्र का दसवाँ हिस्सा सोशल मीडिया और इंटरनेट पर बर्बाद कर देता  हैं। इससे बचने के लिए सप्ताह में एक दिन इससे दूर रहें या फिर इसके उपयोग का समय तय कर लें।

8) अंतिम उपाय के रूप में बैठकों का समय निर्धारित करें और उसमें भाग लें
एक रिसर्च के अनुसार लम्बी, उबाऊ और नतीजा ना देने वाली मीटिंगों में हम अपने कामकाजी समय का बड़ा हिस्सा बर्बाद कर देते हैं। इस समय को बचाकर सीखने या सिखाने, काउन्सलिंग या प्लानिंग जैसे उत्पादक कार्यों में लगाना फ़ायदेमंद रहेगा।

9) उन सभी चीजों या कार्यों को ना कहें जो आपको तात्कालिक लक्ष्यों को पाने में मदद नहीं करते हैं
प्राथमिकताएँ भूल, अचानक से सामने आए कार्यों को करना आपको अपने लक्ष्यों से दूर कर देता है। याद रखिएगा, जब भी आप किसी कार्य के लिए हाँ कहते हैं, तब शायद आप दूसरे कार्य या कार्यों के लिए अनजाने में ना कह रहे होते हैं।

10) शक्तिशाली 80/20 नियम अर्थात् परेटो सिद्धांत का पालन करें 
हमें प्रतिदिन, जीवन के किसी भी क्षेत्र में किए गए 80% कार्यों से मात्र 20% ही अच्छे परिणाम मिलते हैं और इसके विपरीत 20% कार्य हमें 80% अच्छे परिणाम देते हैं। इसका अर्थ हुआ कि हम प्रतिदिन अपना 80% समय फ़ालतू के कार्यों में बर्बाद कर देते हैं। जी हाँ साथियों, अधिक समय तक, अधिक कार्य करने से कभी भी अधिक परिणाम नहीं मिलते हैं। इसके स्थान पर उन मुट्ठी भर कार्यों को पहचानने का प्रयास करें जो आपको अधिकतम परिणाम देते हैं और फिर उसमें अधिक समय लगाकर उत्पादकता बढ़ाएँ।

11) अपनी अनूठी ताकत और जुनून पर ध्यान दें
हर इंसान अपने आप में अनूठा और ईश्वर की बनाई अप्रतिम कृति है। अपनी विशेषता अर्थात् अनूठी ताक़त और जुनून को पहचानकर उसमें समय लगाना आपको कम समय में बेहतर परिणाम देता है।

12) एक समान कार्य, एक साथ करें
एक सामान कार्यों को योजनाबद्ध तरीके से एक साथ कर आप अपने मन और समय का प्रबंधन अच्छे से कर, समय का सदुपयोग कर सकते हैं।

चलिए दोस्तों, अब हम समय प्रबंधन के लिए आवश्यक अंतिम 3 सूत्र सीखते हैं-

13) यदि आप किसी कार्य को 5 मिनट से भी कम समय में कर सकते हैं, तो उसे तुरंत करें
सामान्यतः किसी भी कार्य के प्रबंधन में हम लगभग 2 से 5 मिनिट लगा ही देते हैं इसलिए 5 मिनिट से भी कम समय में पूरे  किये जा सकने वाले कार्यों को तत्काल करना अंततः आपके समय और ऊर्जा को बचाकर उत्पादकता बढ़ाता है।

14) अपने मन, शरीर और आत्मा को मजबूत करने के लिए नियमित रूप से सुबह का उपयोग करें
भोजन के बदलते स्वरूप में स्वच्छ, अच्छे और पोषक भोजन के बिना दबाव में दिन भर कार्य करना हमारी जीवनशैली का हिस्सा बन गया है, जो अंततः हमें बीमार बना देगा। इससे बचने के लिए अपने सर्वोत्तम ऊर्जा वाले समय अर्थात् सुबह के समय को अपने मन, शरीर और आत्मा को मजबूत करने के लिए लगाएँ। 

15) उत्पादकता फोकस पर निर्भर करती है, लगाए गए समय पर नहीं
जैसा मैंने पूर्व में बताया अधिक समय तक कार्य करना आपके कार्य को उत्पादक या बेहतर नहीं बनाता है। बल्कि ज़रूरत के अनुसार शरीर और दिमाग़ को आराम देकर अर्थात् ब्रेक लेकर कार्य करना आपके फ़ोकस को बेहतर कर, आपको अपने समय का बेहतरीन उपयोग करने में मदद करता है। आशा करता हूँ दोस्तों, आप उपरोक्त 15 सूत्रों का प्रयोग कर अपने समय का बेहतर प्रबंधन करेंगे।

-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर   
dreamsachieverspune@gmail.com