सोमवार को महावीर जयंती पर प्रदेशभर में सार्वजनिक अवकाश है। स्कूल, कॉलेज, सरकारी ऑफिस, विभागों में छुट्टी है। महावीर जयंती पर जयपुर में निकली शोभायात्रा में 19 झांकियां सजाई गईं। श्री महावीर जी हिंडौन सिटी में लक्खी मेला भरा है।

आज जैन समाज के लोग 24वें तीर्थंकर भगवान श्रीमहावीर की जयंती मना रहे हैं। इस अवसर पर प्रदेश में अलग-अलग शहरों में शोभायात्राएं भी निकाली जा रही हैं। भगवान महावीर के मंदिरों में विशेष पूजन और अभिषेक के कार्यक्रम रखे गए हैं। राजस्थान सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग (GAD)ने सोमवार को महावीर जयंती पर संपूर्ण राज्य में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। पहले यह अवकाश चार अप्रैल को घोषित किया गया था। 16 नवंबर 2022 के कैलेंडर वर्ष 2023 में घोषित सार्वजनिक अवकाश की सूची में आंशिक संशोधन करते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है। अब चार अप्रैल को कार्य दिवस रहेगा। सार्वजनिक अवकाश होने के कारण प्रदेश में अनिवार्य सेवाओं को छोड़कर सभी सरकारी विभागों के दफ्तर बंद हैं।

भगवान महावीर के 2622वां जन्म कल्याणक महोत्सव में 19 झांकियां

जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर और विश्व को 'जीयो और जीने दो' का संदेश देने वाले भगवान महावीर का 2622वां जन्म कल्याणक महोत्सव सोमवार को मनाया जा रहा है। राजधानी जयपुर में भगवान महावीर की शोभायात्रा सुबह 6:30 बजे मनिहारों का रास्ता स्थित महावीर पार्क से नगर भ्रमण के लिए रवाना हुई। उनके साथ 19 झांकियों सहित हाथी, घोड़े, ऊंट, पालकी बैंड बाजों का लवाजमा रहा। यह शोभायात्रा राजस्थान जैन सभा जयपुर के तत्वावधान में निकाली गई। मुख्य संयोजक राकेश छाबड़ा के निर्देशन में निकली गई शोभायात्रा में ज्ञानवर्धक और सेवा संदेश युक्त झांकियां शामिल रहीं। इनमें मुख्य आकर्षण का केंद्र भगवान महावीर का रथ, हथकरघा पर कपड़े बुनते विद्यासागर जी और सम्मेद शिखर जी की झांकी रही।

राजस्थान जैन सभा जयपुर के अध्यक्ष सुभाष चंद जैन और महामंत्री मनीष बैद ने बताया कि विभिन्न रास्तों से होते हुए शोभायात्रा चौड़ा रास्ता, त्रिपोलिया बाजार, बड़ी चौपड़, जौहरी बाजार, बापू बाजार, न्यू गेट से गुजरकर सुबह 9:30 बजे रामलीला मैदान में पहुंचकर धर्म सभा में परिवर्तित हुई। आचार्य वसुनंदी महाराज के धर्म सभा में प्रवचन रखे गए हैं। जहां श्रीजी के अभिषेक भी होंगे।  

हिंडोन सिटी श्री महावीरजी में लक्खी मेला भरा
करौली में हिंडौन सिटी के श्री महावीर जी में सोमवार को भगवान महावीर का विशेष पूजन किया जा रहा है। साथ ही कलशाभिषेक भी किया गया है।

भगवान महावीर का जीवन परिचय

भगवान महावीर का जन्म चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को 599 ईसवी पूर्व बिहार में महाराज सिद्धार्थ और महारानी त्रिशला के पुत्र के रूप में हुआ था। उनके बचपन का नाम वर्धमान महावीर था। अपने राज्य का त्याग कर लोगों को सत्य, अहिंसा और प्रेम का मार्ग दिखाने वाले महावीर को भगवान महावीर कहा गया। महावीर जयंती के उपलक्ष्य में इन दिनों श्री महावीरजी में भगवान महावीर का लक्खी मेला भर रहा है। बड़ी संख्या में जैन धर्मावलंबी और श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए देशभर से आ रहे हैं।