भरतपुर के चिकसाना थाना इलाके में एक 20 साल की लड़की ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का कहना है कि लड़की काफी दिनों से मानसिक तनाव में थी। वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि कुमकुम BA फ़ाइनल में पढ़ रही थी, और वह STC करना चाहती थी, लेकिन उसके परिवार की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी। घटना चिकसाना थाना इलाके के नोह गांव की है, कुमकुम छह भाई बहन हैं। कुमकुम की पहली मां की मौत हो चुकी थी। कुमकुम के पिता सोनपाल ने दूसरी शादी की है। सोनपाल मजदूरी का काम करता है। कुमकुम अपने भाई बहनों में सबसे बड़ी थी, और वह BA फ़ाइनल में पढ़ रही थी। परिजनों के मुताबिक कुमकुम काफी दिनों से डिप्रेशन में थी। इसलिए कल रात उसने घर के कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली परिजनों ने मुताबिक कल 8 बजे करीब घर के कमरे में गई थी। 10 बजे सोनपाल पानी पीने के लिए उठा, वह कुमकुम को देखने के लिए कमरे में गया। कमरे में फांसी के फंदे से लटकी मिली। वहीं दबी जुबान में ग्रामीणों ने बताया कि कुमकुम आगे बढ़ना चाहती थी। इसलिए पढ़ना चाहती थी। कुमकुम BA फ़ाइनल के बाद STC करना चाहती थी। उसने अपने परिजनों को BA पूरी होने के बाद STC करने को कहा, लेकिन कुमकुम के परिजनों ने आर्थिक स्थिति ख़राब होने के कारण उसे आगे पढ़ाने से मना कर दिया। इसलिए हो सकता है वह तनाव में हो, और उसने फांसी लगा ली हो।

कुमकुम के बाबा पढ़ाई में कर रहे थे मदद

कुमकुम के बाबा भगवान दास ने बताया कि उन्होंने अपने सोनपाल की शादी 22 साल पहले शीला से की थी, शीला ने तीन बच्चों को जन्म दिया, जिसमें सबसे बड़ी कुमकुम दूसरे नंबर पर अंजलि 19 साल और तीसरे पर पूर्वी 12 साल, कुमकुम पढ़ाई में होशियार थी, इसलिए वह चाहते थे कि कुमकुम खूब पढ़ाई करे और कुमकुम का सपना था कि वह पुलिस में नौकरी करे। कुमकुम का सोनपाल मजदूरी करता है। इसलिए वह कुमकुम को उसके मुताबिक पढ़ा नहीं पा रहा था।