भोपाल ।  मध्‍य प्रदेश के सरकारी इंजीनियरिंग कालेजों की 50 अव्वल छात्राओं को मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी (एमएएनआइटी) मैनिट भोपाल में अंतिम वर्ष की पढ़ाई करने का अवसर मिलेगा। छात्राओं की चयन प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रदेशभर से ऐसी 50 छात्राओं का तृतीय वर्ष के परीक्षा परिणाम के आधार पर चयन किया जा रहा है। इनकी अंतिम वर्ष की पढ़ाई मैनिट भोपाल में कराई जाएगी। इसी तरह मैनिट के चयनित विद्यार्थियों को आइआइटी दिल्ली में पढ़ने का अवसर भी मिलेगा। छात्र-छात्राओं को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दिलाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने यह नवाचार किया है। इस नवाचार में राज्य सरकार के इंजीनियरिंग कालेजों की आठ ब्रांच को शामिल किया गया है। इनमें सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन, केमिकल, मटेरियल्स एंड मेटलार्जिकल इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर ब्रांच की न्यूनतम पांच एवं अधिकतम दस छात्राओं का चयन सीजीपीए (क्यूमिलेटिव ग्रेड पाइंट एवरेज) के आधार पर किया जाएगा। मैनिट में पढ़ाई के दौरान केवल हास्टल फीस लगेगी।

मैनिट के छात्र-छात्राओं को आइआइटी दिल्ली और इंदौर भेजा जाएगा

मैनिट के चयनित 50 विद्यार्थियों को आइआइटी दिल्ली और आइआइटी इंदौर में पढ़ने का अवसर भी मिलेगा। इसके लिए तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास विभाग ने आइआइटी दिल्ली और आइआइटी इंदौर से अनुबंध किया है। मैनिट के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को आइआइटी में रहकर पढ़ने की सुविधा मिलेगी।

आरजीपीवी देगा डिग्री, मैनिट में पढ़ाई का डिग्री में होगा उल्लेख

बी टेक की छात्राएं सात एवं आठ सेमेस्टर और बी आर्किटेक्चर की छात्राएं नौ एवं दस सेमेस्टर (अंतिम वर्ष) की पढ़ाई मैनिट में करेंगी। ये छात्राएं समर प्रोजेक्ट भी यहीं करेंगी। बी टेक के छह सेमेस्टर और आर्किटेक्चर के आठ सेमेस्टर तक जो विषय नहीं पढ़ाए गए, ऐसे विषय मैनिट में पढ़़ाए जाएंगे एवं बड़े प्रोजेक्ट भी मैनिट में ही कराए जाएंगे, लेकिन गाइड मूल कालेज के होंगे।

आरजीपीवी (राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय) से डिग्री देगा, लेकिन सर्टिफिकेट और डिग्री में अंतिम वर्ष मैनिट में पढ़ाई का विशेष उल्लेख होगा। कोर्स पूरा होने पर ग्रेड कितने है, यह मैनिट फाइनल करेगा। रूल रेगुलेशन भी मैनिट के ही प्रभावी होंगे। हालांकि ट्रेनिंग प्लेसमेंट मैनिट में नहीं होगा, यह व्यवस्था छात्राओं के मूल कालेज की ही होगी।