नवसारी | मनुष्य के शरीर में हृदय बांई ओर तथा लीवर दाहिनी ओर होता है| लेकिन हजारों में कोई ऐसा व्यक्ति भी होता है, जिसके शरीर की रचना विपरीत होती है| ऐसा ही एक व्यक्ति नवसारी के अमलसाड गांव का निवासी है| इस व्यक्ति का नाम है कार्तिक चग और उनकी आयु 46 वर्ष है| पेशे से बिल्डर कार्तिग चग के सीने में हृदय बांई ओर नहीं बल्कि दाहिनी ओर धड़कता है| इसके अलावा लीवर भी विपरीत दिशा में है, इसके बावजूद वह स्वस्थ जीवन जी रहे हैं| हांलाकि वह हर दो साल में अपने शरीर की स्वास्थ्य जांच करवाते हैं और उसकी जांच रिपोर्ट अपने साथ ही रखते हैं| वैसे कार्तिक चग मध्य प्रदेश के सेंधवा गांव के मूल निवासी हैं और वर्तमान में दक्षिण गुजरात के वलसाड जिले के अमलसाड गांव में रहते हैं| 1977 में मध्य प्रदेश के सेंधवा गांव में जन्मे कार्तिक चग का हृदय और लीवर ही नहीं बल्कि किडनी भी विपरीत दिशा में है| कार्तिक को इसका पता तब चला जब वह कक्षा 5वीं पढ़ते थे| शिक्षिका ने कक्षा में बच्चों को पर्यावरण के बारे में समझाते हुए अपना हृदय की धड़कनों की जांच करने को कहा| कार्तिक ने जब बताया कि उसके बांई ओर धड़कन का अहसास नहीं हो रहा, तब शिक्षिका ने उन्हें मूर्ख कहा था| घर लौटकर माता वासंती चग से पूछा तो कार्तिक को अपने शरीर की रचना के बारे में पता चला| प्राकृतिक रूप से अलग शरीर की संरचना लेकर जन्मे कार्तिक चग को शारीरिक या स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या नहीं है| वह अन्य लोगों की भांति स्वस्थ जीवन बिता रहे हैं| कार्तिक चग की मौत के बाद अपना देहदान करने की इच्छा है| ताकि उनके शरीर का अध्ययन कर स्वास्थ्य जगत नए संशोधन के साथ कुछ नहीं सीख सके| चिकित्सकों के मुताबिक विपरीत दिशा में शरीर के अंग होने के बावजूद व्यक्ति सामान्य जीवन जी सकता है और यह कोई चिंता की बात नहीं है| शरीर की रचना उलटी होने के कारण ऐसे लोगों को दिल का दौरा पड़ने की संभावना काफी कम होती है| हांलाकि समय समय पर स्वास्थ्य जांच कराना जरूरी होता है|