राजसमंद । राजस्थान के राजसमंद जिले के केलवा थाना क्षेत्र में शनिवार सुबह एक दर्दनाक हादसे में मां-बेटी की मौत हो गई और पिता गंभीर रूप से घायल हो गया। बाइक पर यह परिवार माइंस के बीच शार्टकट रास्ते से दर्शन करने मंदिर जा रहा था। तभी अचानक 30 फीट ऊपर से 5 टन वजनी चट्टान और भारी पत्थरों के कई टुकड़े बाइक पर आ गिरे। तीन साल की मासमू बेटी और मां की इन पत्थरों के बीच दबकर मौत हो गई। घायल पिता का अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस के मुताबिक इस हादसे में उमटी गांव निवासी खनन मजदूर लक्ष्मणदास वैष्णव (40) सुबह 9:30 बजे बाइक पर पत्नी राजेश्वरी (38) और 3 साल की बेटी खुशी  को दर्शन करने घर से निकला, रास्ते में यह हादसा हुआ। बेटी खुशी और पत्नी राजेश्वरी की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की खबर सुनकर आसपास के लोग एकत्र हो गए। मां और बेटी को तो बचाने का मौका ही नहीं मिला, गंभीर घायल पिता को अस्पताल भिजवाया गया। केलवा थाना अधिकारी प्रवीणसिंह जुगतावत ने बताया कि लक्ष्मणदास चार बेटियों का पिता है। सबसे बड़ी बेटी की उम्र 13 साल है, दूसरी की आठ और तीसरी की 6 साल है। खुशी सबसे छोटी बेटी थी। पुलिस ने दोनों का शव मोर्चरी में रखवाया है। लोगों ने बताया कि माइंस से होकर खेतेश्वर जाने वाला यह रास्ता शॉर्टकट है, लेकिन बहुत खतरनाक भी है। यहां अक्सर चट्टाने की गिरती रहती है। प्रशासन व माइंस मालिक की ओर से एहतियात के तौर पर चट्टानों को गिराया भी जाता है। जहा हादसा हुआ वहां मंदिर से 300 मीटर पहले ही रास्ते में झुकी हुई चट्‌टानें झुकी हुई थी। माइंस मजदूर लक्ष्मणदास हर रोज इसी रास्ते से परिवार के साथ मंदिर में दर्शन करने जाता था। आज भी वो घर से परिवार के साथ खुशी खुशी मंदिर के लिए निकला था, लेकिन चट्टानें परिवार पर काल बनकर टूट पड़ी। इलाके में रहने वाले विजय सिंह व युवराज सिंह ने बताया क माइंस मालिक पृथ्वीराज सिंह मेड़तिया को कई बार लटके हुए मार्बल ब्लॉक हटाने के लिए चेताया था। कार्रवाई नहीं हुई। खनन के मुताबिक खदानों के आसपास नए नए रास्ते बना दिए जाते हैं जोकि बहुत ही खतरनाक होते हैं और हादसों की आशंका बनी रहती है। वहीं माइंस मालिक पृथ्वीराज मेड़तिया ने कहाकि पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद की जाएगी।