रायपुर ।   देश में राजनीति के चाणक्य माने जाने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 28 सितंबर को प्रदेश भाजपा के पदाधिकारियों को कई नसीहत दी है। उन्होंने बैठक में दो टूक कह दिया है कि पार्टी सभी वर्ग, समाज के लोगों से सामंजस्य बनाकर चले। चुनाव जीतने के लिए उनके दिए मंत्रों के बाद भाजपा अब डिनर पालिटिक्स करेगी। अभी तक पार्टी टिफिन पालिटिक्स चला रही थी। गणेश विसर्जन के लिए होने वाले झांकी का रूटमैप जारी, पैचवर्क अब भी अधूरा, हिचकोले खाएंगे गणपतिगणेश विसर्जन के लिए होने वाले झांकी का रूटमैप जारी, पैचवर्क अब भी अधूरा, हिचकोले खाएंगे गणपति भाजपा समाजों को साधेगी। अलग-अलग जाति, समुदायों से समन्वय बैठाने के लिए भाजपा नेता और राष्ट्रीय नेता यहां आकर डिनर पालिटिक्स करेंगे। इसके अलावा विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ भाजपा और संघ के बीच किस तरह से समन्वय बने इसे लेकर भी इस बैठक में चर्चा हुई है।

स्थानीय मुद्दों को भुनाने की नसीहत

अमित शाह ने स्थानीय नेताओं को चुनावी मुद्दों को भुनाने के निर्देश दिए हैं। दो सितंबर को अमित शाह ने भूपेश सरकार के खिलाफ 70 बिंदुओं पर आरोप पत्र जारी किया था अब उन आरोप पत्र के आधार पर भाजपा, कांग्रेस सरकार के खिलाफ हमलावर होने की रणनीति बना रही है। शाह ने वरिष्ठ नेताओं की बैठक में दो टूक कहा कि विधानसभा चुनाव जीतने के लिए भ्रष्टाचार समेत प्रमुख मुद्दों को भुनाने के लिए नेता अपनी सक्रियता को तेज करें। स्थानीय मुद्दे भी तलाशें और आचार संहिता से पहले उन मुद्दों पर ध्यान दें जो कि आम जनता से सीधे जुड़े हैं। ज्ञात हो कि केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई के बाद कोयला और शराब घोटाले को लेकर भाजपा पहले से ही आक्रामक है। अभी अधिक आक्रामक होने की हिदायत मिली है।