महाराष्ट्र : महाराष्ट्र की सियासत में बीते कई दिनों से जारी नाटकीय घटनाक्रम के बीत शुक्रवार को एनसीपी चीफ शरद पवार ने अपना इस्तीफ वापस ले लिया है. वह एनसीपी के अध्यक्ष बने रहेंगे. कई दिनों चली गहमागमही के बाद शरद पवार मान गए और उन्होंने शुक्रवार शाम को एक प्रेस कांफ्रेंस करते हुए अपना इस्तीफा वापस लेने की घोषणा कर दी. इस दौरान पवार ने कहा कि वह अपने कार्यकर्ताओं का अनादर नहीं कर सकते, इसलिए अपना फैसला वापस ले रहे हैं.

वहीं, महाराष्ट्र के विपक्ष के नेता और एनसीपी नेता अजीत पवार ने पार्टी प्रमुख के रूप में शरद पवार के पद पर बने रहने के फैसले का स्वागत करते हुए ऑफिशियल प्रेस विज्ञप्ति जारी की है. अजीत पवार ने कहा कि 'राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहने का पवार साहब का फैसला पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाता है और महा विकास अघाड़ी की ताकत है.' NCP एक परिवार है और साहेब के नेतृत्व में पार्टी प्रदेश और देश में शानदार सफलता हासिल करेगी.'' उन्होंने कहा कि उनकी (शरद पवार) उम्र और सेहत का ख्याल रखने की जिम्मेदारी सभी को लेनी चाहिए.

साथ ही उन्होंने अगले सप्ताह होने वाले अपने दौरे की जानकारी दी. वह कल से आठ दिनों के लिए पुणे, सतारा, उस्मानाबाद, लातूर, नासिक का दौरा करेंगे. समिति के शरद पवार के इस्तीफे को खारिज करने के फैसले के बाद, समिति के सभी सदस्य सिल्वर ओक स्थित उनके आवास पर उनसे मिले. इसके बाद वाई बी. चव्हाण केंद्र में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में शरद पवार ने पार्टी अध्यक्ष के रूप में बने रहने के अपने फैसले की घोषणा की. हालाँकि, प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजीत पवार की अनुपस्थिति ने फिर से पूरे प्रकरण से उनके नाराज होने की चर्चा पैदा कर दी थी. ऐसे में अजीत पवार ने निर्णय का स्वागत करते हुए एक आधिकारिक बयान जारी किया और अभी के लिए संदेह के बादलों को उड़ा दिया है.

वहीं इससे पहले, शरद पवार ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अपना इस्तीफा वापस लेने के पीछे के कारणों का बताया था. उन्होंने राहुल गांधी और सीताराम येचुरी का भी जिक्र किया और बताया कि इनके अलावा कई अन्य नेताओं ने कहा था कि विपक्ष को एकजुट करने में उनकी भूमिका अहम होगी. साथ ही उन्होंने पार्टी कोर कमेटी और कार्यकर्ताओं का अनादर नहीं करने की बात कही और इस्तीफा वापस ले लिया.

पवार ने कहा कि सभी के द्वारा की गई अपील को ध्यान में रखते हुए एवं समिति के निर्णय का सम्मान करते हुए मैं पद छोड़ने का अपना निर्णय वापस ले रहा हूं. कार्यकर्ताओं का अनादर नहीं कर सकता हूं. राहुल गांधी, सीताराम येचुरी और अन्य कई ने कहा कि विपक्ष की एकजुटता के लिए मेरी मौजूदगी जरूरी है. अजित पवार पर कही ये बात अजित पवार के प्रेस कांफ्रेस में नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पीसी में हर कोई नहीं आता है. पार्टी के सभी सीनियर नेता अजीत पवार सहित पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता प्रस्ताव पारित करने में शामिल थे. सुप्रिया सुले को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने पर उन्होंने कहा कि ऐसा सुझाव दिया गया था लेकिन सुप्रिया सुले भी इसके खिलाफ थीं तो प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया.