जयपुर । राजधानी जयपुर में 5 दिन पहले युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद जयपुर में एक बार फिर माहौल गरमाने लगा है। सांप्रदायिक रंग देने के विरोध में ‘जयपुर बचाओ संघर्ष समिति’ के बैनर तले सर्व समाज की ओर से बड़ी चौपड़ पर सुबह 10 बजे से महाधरना दिया गया इस दौरान व्यापारियों ने आधा दिन तक बाजार बंद रखने का ऐलान किया है। इसका प्रमुख व्यापार मंडलों, संत समाज और विभिन्न समाजों ने खुलकर समर्थन दिया है।
सर्वसमाज की ओर से किए जा रहे महाधरने में जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा, मालवीय नगर विधायक कालीचरण सराफ और राजसमंद सांसद दीया कुमारी भी शामिल हुए हैं। राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी भी धरने में शामिल होने पहुंचे हैं। धरने में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं है।दरअसल, जयपुर के रामगंज में गंगापोल क्षेत्र में 29 सितंबर को हिंदू परिवार से आत्मरक्षा में हुई दुर्घटना को समुदाय विशेष और सरकार की तुष्टिकरण की नीतियों के दबाव में सांप्रदायिक व मॉब लिंचिग का नाम देकर हिंदू परिवारों को प्रताडि़त करने का आरोप है। साथ ही समुदाय विशेष के उपद्रवियों की हिंसक भीड़ द्वारा हिंदू दुकानदारों की दुकानों में लूटपाट-तोडफ़ोड़ करने, वाहनों में तोडफ़ोड़ और महिलाओं से छेड़छाड़ की।व्यापारियों का आरोप है कि सुभाष चौक थाना क्षेत्र की घटना के बाद विशेष समुदाय द्वारा की गई तोडफ़ोड़ से जयपुर शहर के परकोटे में भय का माहौल बनाया गया। इसको लेकर व्यापारियों की ओर से शिकायत देने के बाद भी पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। इसके बाद हिंदूवादी और व्यापारिक संगठनों की अलग-अलग जगह बैठकें हुईं। बैठक में दुर्घटना को मॉब लिंचिंग का नाम देकर हिन्दू परिवारों को प्रताडि़त करने का कड़ा विरोध किया गया।उधर, पुलिस ने सभी धर्म के प्रमुख धर्मगुरुओं के साथ बैठक की, जिसमें शामिल लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। पुलिस ने अपनी कार्रवाई को लेकर बताया कि अपराध करने वाले किसी भी व्यक्ति को छोड़ नहीं जाएगा। पुलिस धर्म, जाति देख कर काम नहीं करती। जयपुर बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक राजकुमार गुप्ता ने बताया कि सहकार मार्ग स्थित सेवा सदन में सर्व समाज की बैठक हुई, जिसमें सभी समाज के सदस्यों ने हिस्सा लिया। इस विरोध में संत समाज भी शामिल होकर अपना विरोध जाहिर करेंगे। उन्होंने बताया- पुलिस से कई बार कार्रवाई की मांग की गई, लेकिन पुलिस अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेंगी। हमारी मांग है कि घटना में शामिल असामाजिक तत्वों पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही व्यापारियों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए। उधर, पुलिस ने धरने को देखते हुए परकोटे में शांति व्यवस्था बनाए रखने और सांप्रदायिक सौहार्द को कायम रखने के लिए कई जतन कर रही है। जयपुर पुलिस ने धरने को देखते हुए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए हैं। बड़ी चौपड़ पर रास्ता बंद किया गया है। क्यूआरटी, ईआरटी और आरएसी की तैनाती की गई है। गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेजा-जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि 29 सितंबर को इकबाल हत्याकांड में पुलिस अब तक 8 लोगों को नामजद कर चुकी है। वहीं 5 आरोपी पकड़े जा चुके हैं, जिनमें से एक नाबालिग है। पुलिस ने आरोपी नाबालिग को डिटेन कर बाल सुधार गृह भेज दिया गया था। 2 की बापर्दा गिरफ्तारी की गई थी, जिनको जेल भेज दिया गया। शिनाख्त होने पर उनको भी रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। पहले पकड़े गए युवराज कश्यप और शुभम मेहरा से झगड़े के कारणों को लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।