प्रयागराज। करेली में घर के भीतर मां और बहन की हत्या करने के आरोपित आरिफ को पुलिस ने शुक्रवार दोपहर अदालत में पेश किया। यहां से उसे न्यायिक हिरासत में नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि जांच और पूछताछ में अभी तक आरिफ के दो अज्ञात सहयोगियों का पता नहीं चला है। अलबत्ता, उसकी पत्नी नौशीन की हत्याकांड में भूमिका की छानबीन हो रही है।

बारह मार्केट मुहल्ले में रहने वाले सेवानिवृत्त कानूनगो कादिर के दो बेटों में छोटे 30 वर्षीय आरिफ ने बुधवार दिन में अचानक उग्र होकर चाकू, चापड़, कुल्हाड़ी से खून-खराबा शुरू कर दिया था। उसने 65 वर्षीय मां अनीसा बेगम, तलाकशुदा बहन नाहिदा उर्फ निकहत तथा पिता 67 वर्षीय पिता कादिर पर घातक हमले किए। भाई आजम और भाभी को भी दौड़ाया, लेकिन वे बच गए।

पुलिसकर्मियों और पड़ोसियों पर एसिड भरी बोतलें फेंक कर उसने कोहराम मचा दिया था। पुलिस ने किसी तरह घर में घुसकर आरिफ को दबोचा तो पता चला कि उसने मां और बहन को मार डाला है। उसके घायल पिता कादिर को अस्पताल में भर्ती किया गया है। करेली पुलिस ने इलाज कराने के बाद गुरुवार शाम आरिफ की गिरफ्तारी कर ली थी। भाई आजम की ओर से उसके खिलाफ मां और बहन की हत्या तथा पिता के कत्ल की कोशिश का केस लिखा गया था।

14 दिन की न्यायिक हिरासत

थाना प्रभारी रामाश्रय यादव ने बताया कि आरिफ को शुक्रवार दोपहर जिला अदालत में पेश किया गया। उसकी तरफ से कोई वकील जमानत अर्जी देने के लिए नहीं प्रस्तुत हुआ। कोर्ट ने अपराध की गंभीरता को देखते हुए आरिफ को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस ने उसे नैनी सेंट्रल जेल में दाखिल करा दिया। अब यह जांच की जा रही है कि पत्नी नौशीन उर्फ सबा की क्या भूमिका रही है। हालांकि घटना वाले दिन वहां थी नहीं।

जघन्य हत्याकांड में आरिफ के दो अज्ञात मददगारों के बारे में एफआइआर में लिखाया गया है। कहा गया कि वे दोनों शुरूआती हमले के बाद भाग गए थे लेकिन परिवार के लोग उन्हें पहचानते नहीं हैं। उन दोनों की सीसीटीवी फुटेज से शिनाख्त का प्रयास किया गया लेकिन अभी कोई ऐसा दिखा नहीं। आरिफ ने भी कहा कि उसने अकेले ही यह कांड किया।

आरिफ को सता रहा फांसी की सजा का डर

जन्म देने वाली मां के साथ ही बहन को भी क्रूरता के साथ मार डालने के बाद अब आरिफ को डर सता रहा है कि उसे मौत की सजा हो जाएगी। वह करेली थाने में पुलिसवालों से पूछता रहा कि उसे फांसी की सजा तो नहीं हो जाएगी। मां-बहन की हत्या और पिता को गंभीर घायल करने के आरोपित सिरफिरे के चेहरे पर अपनी कारगुजारी का कोई अफसोस नहीं दिखा। बुधवार को बारह मार्केट मुहल्ले में घर के भीतर खून-खराबा करने वाले आरिफ को एसिड अटैक के बीच बेहद मुश्किल से घर में घुसकर पुलिस ने दबोचा था। पहले उसे एसआरएन अस्पताल ले जाकर इलाज कराया गया। फिर करेली थाने लाकर पूछताछ की गई।

पैतृक जायदाद में कम हिस्सेदारी के चलते की हत्या

डीसीपी नगर दीपक भूकर, एसीपी करेली श्वेताभ पांडेय और थाना प्रभारी रामाश्रय यादव ने तमाम सवाल-जवाब किए। जवाब से साफ हो गया कि उसने पैतृक जायदाद में कम हिस्सेदारी के चलते बौखलाकर यह कारनामा किया। आरिफ ने खुद स्वीकारा कि घरेलू झगड़े की वजह से वह दो रात से सोया नहीं था। फिर गिरफ्तारी के बाद भी वह अगली दो रात भी जगता रहा।

पुलिस वालों से सजा को लेकर करता रहा सवाल

उसने करेली थाने के सिपाही और दारोगाओं से कई बार पूछा कि वह कितने साल जेल में बंद रहेगा, क्या उसे मौत की सजा मिलेगी। इससे तो अच्छा कि खुद को भी मार डालता। वहीं आरिफ गिरफ्तारी के बाद भी हिंसक रहा। शुक्रवार को अदालत में पेशी पर ले जाते वक्त भी वह पुलिसवालों से धक्का-मुक्की करने लगा कि कहीं नहीं जाना है।