नागौर। राजस्थान के नागौर में देर रात संत नानक दास महाराज पर अज्ञात हमलावरों ने जानलेवा हमला किया। वे देर रात बीजेपी के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौट रहे थे। इसी दौरान अज्ञात हमलावर बोलेरो कार से आए और महाराज की कार के सामने टिका दी। इसके बाद दो युवक कार से लाठी डंडे लेकर उतरे और कार पर ताबड़तोड़ हमला बोल दिया। महाराज ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि एक हमलावर ने उनके ऊपर पिस्तौल भी तान दी थी। लेकिन महाराज कार को लॉक करके अंदर बैठे रहे। साथ ही अपने समर्थकों को हमले की जानकारी दी।
  जानकारी मिलने के बाद नानक के समर्थक मौके पर पहुंच गए। समर्थकों का काफिला आते देख हमलावर फरार हो गए। मामले की जानकारी पुलिस को दी गई है। घटना जायल क्षेत्र की बताई जा रही है। मामले की जानकारी पुलिस को भी दी गई। सूचना मिलने के बाद जायल सीओ व एसएचओ भी मौके पर पहुंचे। जायल एसएचओ ने मीडिया को बताया कि हमले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। नानकदास महाराज की रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस हमलावरों की तलाश में जुट गई है।
  संत नानकदास जायल स्थित गणेश चौक में भाजपा के सेवा सप्ताह कार्यक्रम के तहत डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती महोत्सव कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। यह कार्यक्रम देर रात तक चला। कार्यक्रम संपन्न होने के बाद संत नानकदास  देर रात अपने आश्रम बड़ी खाटू लौट रहे थे। इसी दौरान अज्ञात हमलावरों ने उनपर हमला बोल दिया। संत कबीर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि आरोपी भी बोलेरो कार से थे। आरोपियों ने रात में उनकी कार मेरी कार के आगे खड़ी कर दी। इसके बाद दो युवक हाथों में डंडे लेकर उतरे और कार पर टूट पड़े। उनमें से एक युवक के हाथों में पिस्तौल भी थी। आरोपी युवक ने संत नानकदास पर पिस्तौल तान दी थी। लेकिन समर्थकों के काफिले को देखकर हमलावर भाग खड़े हुए। संत नानकदास के आश्रम पर भी पहले हमला हो चुका है। हालांकि उस दौरान संत नानकदास आश्रम में मौजूद नहीं थे। यह हमला 27 जून 2021 को किया गया था। संत नानकदास महाराज खाटू के धीजपुरा गांव में जन्मे थे। नानकदास दलित समुदाय के किसान परिवार से आते हैं। कम उम्र से ही नानकदास खाटू स्थित कबीर आश्रम में महंत देवीदास महाराज के पास रहे हैं। नानकदास का आश्रम काफी फेमस है। देश की बड़ी बड़ी हस्तियां यहां सिरकत कर चुकी हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविद, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, बाबा रामदेव, केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल और महामंडलेश्वर स्वामी महेश्वरानंद जैसे कई दिग्गज नानकदास के आश्रम में आ चुके हैं।