दौसा जिले में सुबह 4 बजे से ही पहाड़ी पर स्थित भगवान नीलकंठ के प्राचीन शिव मंदिर पर भक्तों की भीड़ लगनी शुरू हो गई। कहा जाता है कि पूरे 12 महीने भगवान शंकर की पूजा अर्चना करने से जिनता धार्मिक लाभ मिलता है उनता ही लाभ सावन महीने में बेल पत्र अर्पित कर पूजा-अर्चना से मिलता है। 

धार्मिक मान्यता है कि सावन मास का महीना भगवान शिव और पार्वती को इसलिए प्रिय है, क्योंकि मां पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। जिसके बाद भगवान शिव ने मां पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया। तभी से सावन मास का ये महीना मां पार्वती और भगवान भोलेनाथ को प्रिय होने के चलते विशेष महत्व रखता है। कुंवारी कन्याएं शिवलिंग पर जल और कच्चा दूध चढ़ाकर, चंदन लगाती हैं और अभिषेक पूजन करती हैं। इससे अच्छे वर यानी पति की प्राप्ति होती है। साथ ही भाग्य उदय भी होता है। 

अब की बार 2 माह तक सावन माह 

आज से दो महीने तक सावन रहेगा। जिसके चलते भी भक्तों में खासा उत्साह है। काफी समय बाद ऐसा समय आया है कि सावन का महीना 2 महीने तक लगातार रहेगा। दौसा में देवगिरी पहाड़ी पर स्थित नीलकंठ मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं। सुबह से ही बच्चे, बड़े, महिलाएं, पुरुष, बुजुर्ग सहित सभी भक्तों का शिव मंदिर में आने का सिलसिला लगातार जारी है।  

4 जुलाई से लेकर 31 अगस्त तक चलेगा सावन

2 महीने का सावन माह 4 जुलाई से 31 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान भक्त भगवान शिव की आराधना में डूबे रहेंगे तो वहीं कई बीच कई तीज त्यौहार भी आएंगे। इस बार हमेशा चार महीने का रहने वाला चतुर्मास भी 5 महीने का रहेगा।