रायपुर में भाजपा नेता गौरी शंकर श्रीवास और तहसीलदार के बीच तीखी बहस बाजी हुई। बीजेपी नेता ने सरकारी आदेश की कॉपी को फाड़कर कहा, आप लोग पुलिस लेकर आए हैं, हम लोगों की हत्या कर दीजिए, जेल ले जाइए। बाबा अंबेडकर ने धरना-प्रदर्शन करने का हमें मौलिक अधिकार दिया है।

जब जिला प्रशासन के अधिकारी ने उनका नाम पूछा तो उन्होंने कहा, गूगल करके देख लीजिए, नाम-पता सब मिल जाएगा। इसके बाद भाजपा नेता भी धरने पर बैठ गए। दरअसल ये पूरा मामला रायपुर में जारी रसोइया संघ के आंदोलन से जुड़ा है।संगठन की महिलाएं नवा रायपुर के तूता में धरना दे रही हैं। इन्हें हटाने के लिए पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी पहुंचे। इस दौरान भाजपा नेता गौरी शंकर श्रीवास ने कार्रवाई का विरोध कर दिया।

जिला प्रशासन के अधिकारी धरना स्थल पर पहुंचकर इन महिलाओं को धरना खत्म करने को कहा। तो विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने वीडियो जारी करके मदद मांगी। जिसके बाद गौरी शंकर श्रीवास मौके पर पहुंचकर अफसरों की कार्रवाई को असंवैधानिक बताया।गौरी शंकर श्रीवास ने कहा, जानबूझकर प्रशासन रसोइया संघ की प्रांत अध्यक्ष नीलू ओगरे को परेशान कर रहा है। जो धरने पर बैठीं हैं। हाल ही में उनके साथ पुलिस ने गिरफ्तारी के नाम पर अभद्र व्यवहार किया। अनुमति होने के बाद भी अब धरना देने से रोका जा रहा है। नीलू ओगरे ने इस पर कहा कि हम हटने वाले नहीं हैं। अपनी जायज मांगों को लेकर आंदोलन करना हमारा संवैधानिक अधिकार है।