दूसरे राज्यो में चुनाव कराने गए नेता लौटे,  27 को बैठक में बनेगी रणनीति

भोपाल । प्रदेश में दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के साथ ही दूसरे राज्यों में भी विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो गई है। अब मप्र में भारतीय जनता पार्टी के संगठन चुनाव की गतिविधियों में तेजी देखने को मिलेगी। क्योंकि पार्टी ने दूसरे राज्यों में चुनाव कराने गए जो नेता भेजे थे, वे वापस लौट आए हैं। अब वे संगठन चुनाव में जुटेंगे। बूथ अध्यक्षों के चुनाव के बाद अगले चरण की प्रक्रिया के लिए 27 नवंबर को प्रदेश कार्यालय में पार्टी पदाधिकारियों की अहम बैठक होना है। जिसमें तय होगा कि मंडल एवं जिलाध्यक्षों के चुनाव कब-कब होंगे।भारतीय जनता पार्टी में सगठन चुनाव की प्रक्रिया पिछले महीने ही शुरू हो चुकी है। जिसके तहत बूथ स्तर से प्रदेश स्तर तक अलग-अलग चरणों में चुनाव की प्रक्रिया पूरा होना है। अभी बूथ स्तर पर चुनाव प्रक्रिया जारी है। जल्द ही मंडल और जिला स्तर पर भी चुनाव होंगे। इसके लिए प्रदेश चुनाव कार्यक्रम अधिकारियों की ओर से चुनाव का समय निर्धारित किया जाएगा। पार्टी के चुनाव कार्य से जुड़े पदाधिकारी ने बताया कि अगले एक हफ्ते के भीतर मंडल और जिला स्तर के चुनाव के लिए कार्यक्रम तय होने की संभावना है। जिसके तहत बूथ एवं जिलों के चुनाव सिलसिलेवार किए जाएंगे।


विधानसभा चुनावों की वजह से धीमी थी प्रक्रिया
यूं तो भाजपा ने संगठन चुनाव की शुरूआत एक महीने पहले ही हो चुकी थी, लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के विधानसभा चुनाव, उपचुनाव में व्यस्त होने की वजह से धीमी हो गई थी। चुनाव कार्यक्रम से लौटने के बाद पार्टी नेताओं ने अपने-अपने क्षेत्र में संगठन चुनाव की प्रक्रिया में हिस्सा लेना शुरू कर दिया है। हालांकि पार्टी की कोशिश है कि हर स्तर पर चुनाव लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत ही संपन्न किए जाएं। ऐसे में क्षेत्र के विधायक, सांसद एवं अन्य प्रतिनिधियों का संगठन चुनाव में किसी भी तरह का सीधा दखल नहीं रहेगा।


15 दिसंबर तक मंडल और जिलों के चुनाव
पार्टी के चुनाव कार्यक्रम के पदाधिकारी के अनुसार अगले चरण में सभी मंडलों के चुनाव हो जाएंगे। इसके बाद जिलाध्यक्षों का चुनाव होगा। कोशिश है कि 15 दिसंबर तक मंडल और जिलाध्यक्षों के चुनाव पूरे कर लिए जाएंगे। इसके आगे की चुनाव प्रक्रिया के लिए केंद्रीय नेतृत्व का मार्गदर्शन रहेगा।