नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद राहुल गांधी पर नई संसद में ‘सेंगोल’ (राजदंड) की स्थापना का मजाक’ उड़ाकर ‘विदेशी धरती’ पर भारत का ‘अपमान करने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय समुदाय को संबोधित मोदी सरकार पर कटाक्ष कर कहा कि नई संसद में सेंगोल का उद्घाटन एक सिर्फ ‘नाटक’ था, ताकि वास्तविक मुद्दों से ‘लोगों का ध्यान हटाया’ जा सके। 
इस पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर निशाना साधकर दावा किया कि राहुल गांधी अपनी विदेश यात्राओं के दौरान भारत का ‘अपमान’ करते हैं क्योंकि वह इस बात को हजम नहीं कर सकते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी बॉस हैं। केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने बताया, राहुल गांधी अपनी विदेश यात्राओं के दौरान भारत का अपमान करते हैं। पीएम मोदी ने हाल ही में अपनी विदेश यात्रा के दौरान लगभग 24 देशों के प्रधानमंत्रियों एवं दुनिया के कई राष्ट्रपतियों से मुलाकात कर 50 से अधिक बैठकें कीं और जब ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने कहा कि ‘पीएम मोदी बॉस हैं’, ये बात राहुल गांधी पचा नहीं पाए। 
राहुल गांधी की आलोचना कर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि गांधी परिवार ने सेंगोल को पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की चलने वाली छड़ी तक सीमित कर दिया था। पूनावाला ने ट्वीट किया, राहुल गांधी के परिवार ने पवित्र सेंगोल को नेहरू की चलने वाली छड़ी के रूप में बदल दिया। अब राहुल सेंगोल की स्थापना और उसके लिए पीएम मोदी द्वारा दिए गए सम्मान ((दंडवत प्रणाम) पर अपमानजनक टिप्पणी के जरिए भारतीय संस्थानों पर हमला करने के बाद वे विदेशी धरती पर भारतीय संस्कृति (विशेष रूप से तमिल संस्कृति) का मज़ाक उड़ाते हैं। राहुल गांधी शायद सम्मान दिखाने के भारतीय तरीके की ज्यादा परवाह नहीं करते हैं। 
उन्होंने नई संसद के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने के लिए तमिलनाडु में डीएमके के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला कर कहा, डीएमके सरकार के दस्तावेज भी सेंगोल के इतिहास और प्रासंगिकता पर मुहर लगाते हैं, लेकिन जो गुलामी के प्रतीकों से प्यार करते हैं वे इस पचा नहीं सकते… बीजेपी से नफरत में ये लोग भारतीय प्रतीकों और जीवन पद्धति पर ही हमला करते हैं! क्या डीएमके राहुल के उस बयान से सहमत है, जिसमें उन्होंने सेंगोल स्थापना को नाटक कहा है?’
पीएम नरेंद्र मोदी ने 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करते हुए पवित्र सेंगोल को लोकसभा स्पीकर की कुर्सी के बगल में स्थापित किया था। कहा जाता है कि अगस्त 1947 में अंग्रेजों द्वारा सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के रूप में भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को दिया गया एक औपचारिक राजदंड ‘सेंगोल’, इलाहाबाद संग्रहालय की नेहरू गैलरी में रखा गया था।